राखड़ परिवहन वाहन की रफ्तार से हादसे का खतरा, बाल-बाल बचा…- भारत संपर्क
राखड़ परिवहन वाहन की रफ्तार से हादसे का खतरा, बाल-बाल बचा वाहन चालक, भडक़ा लोगों का आक्रोश
कोरबा। रेल लाइन बिछाने के लिए अधिग्रहित की गई जमीन पर अब बहुतायत में राखड़ डंप किया जा रहा है। राखड़ का यह पहाड़ रेल लाइन के किनारे किनारे कुचेना मोड से पुराने लक्ष्मण खदान के सामने तक पहुंच गया है। इस राखड़ के पहाड़ को बनाने में हाइवा वाहन एनटीपीसी से कुसमुंडा तक दिन रात सडक़ों पर फर्राटे भर रहे हैं। ऐसे में सडक़ किनारे रहने वालें लोगों का राखड़ डस्ट से जीना मुहाल हो गया है। आबादी क्षेत्र से लगे रेल लाइन किनारे हो रहे राखड डंप से लोगों को बेहद परेशानी का समाना करना पड़ रहा है। इसी राखड़ परिवहन के दौरान बुधवार की सुबह लगभग 8:30 बजे प्रेम नगर पुल के पास एक तेज रफ्तार हाइवा सीजी 12 बीएन 4061 की चपेट में आने से बाइक सवार प्रेम नगर निवासी ओमकार दास बाल बाल बच गया। ओमकार दास किसी काम से अपनी बाइक से सुराकछार की ओर जा रहा था। इसी दौरान प्रेम नगर पुल के पास सामने से आ रही रफ्तार राखड़ लोड हाइवा बिजली की गति से एकदम नजदीक से गुजरी जिससे बाइक चालक सडक़ किनारे जा गिरा। गनीमत यह रही कि वह हाइवा वाहन के विपरीत दिशा में गिरा, थोड़ा सा इधर उधर होता तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। इस घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। हाइवा को थोड़ी दूर पर रोक लिया गया, चालक को भीड़ ने अपने शब्दों में समझाइश दी, वहीं राखड़ परिवहन कार्य की देख रेख कर रहे सुपर वाइजर को घटना की जानकारी देते हुए अपने राखड़ लोड हाइवा वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाने की बात कहीं। घटना में बाल बाल बचे युवक के होश फाख्ता हो गए हैं। उसने घटना की शिकायत कुसमुंडा थाने में करने की बात कही है। वहीं मुहल्ले वासियों ने इस तरह के घटना की पुनरावृत्ति होने पर सडक़ पर चक्काजाम कर राखड़ परिवहन बंद कराने की भी बात कही है। कुसमुंडा क्षेत्र में हो रहे राखड डंप में दर्जनों हाइवा वाहन चालक ट्रिप लगाने की आपाधापी अपनी रफ्तार अधिक रखते है। उन्हें सडक़ पर चल रहे लोगों के जीवन से कोई सरोकार नहीं है। बस अधिक से अधिक ट्रिप लगना चाहिए। इधर दिखाने के लिए राखड़ लोड वाहनों में तिरपाल लगाया जाता है जबकि इन वाहनों से गिरा राखड़ सडक़ों पर उड़ता हुआ साफ देखा जा सकता है।