भाई दूज पर की गई चित्रगुप्त की पूजा, बहनों ने भाईयों की लंबी…- भारत संपर्क
भाई दूज पर की गई चित्रगुप्त की पूजा, बहनों ने भाईयों की लंबी आयु और सुख समृद्धि की कामना की
कोरबा। हिंदू धर्म में व्रत और त्योहारों का खास महत्व माना गया है। हर त्यौहार का अपना कोई ना कोई महत्व है जिसकी वजह से उसे मनाया जाता है। रविवार को भाई दूज का त्यौहार मनाया गया। चित्रगुप्त पूजा भी की गई।बहनों ने भाईयों की लंबी आयु और सुख समृद्धि की कामना की। दीपावली के दो दिन बाद भाई दूज के मौके पर चित्रगुप्त पूजा नियम धर्म के साथ की जाती है। चित्रगुप्त पूजा 3 नवंबर को मनाई गई। इस दिन यमराज और उनके सहायक और कर्मों का लेखा जोखा रखने वाले चित्रगुप्त की पूजन अर्चन की गई। ऐसा कहा जाता है कि जो चित्रगुप्त और यमराज की पूजन करता है उसे सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। वह अपने करियर में तरक्की और बुद्धि में वृद्धि की प्राप्ति करता है। पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 7:57 से लेकर दोपहर 12:04 तक रहा। दरअसल चित्रगुप्त देवताओं के लेखपाल के रूप में पहचाने जाते हैं और वही व्यक्ति के कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं और इस समय में उनकी पूजन करना शुभ माना जाता है। चित्रगुप्त पूजा के मौके पर कलम और किताब की पूजन की है। जो लोग व्यापार करते हैं, वह इस दिन वही खाता और दवात की पूजन करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर इस दिन कलम और किताब की पूजन की जाती है तो हमें देवता की सहायता मिलती है। इस दिन जो कलम पूजी जाती है वह सिद्ध हो जाती है।