चक्रवाती तूफान फेंगल ने बढ़ाई किसानों की टेंशन, छाई बदली,…- भारत संपर्क
चक्रवाती तूफान फेंगल ने बढ़ाई किसानों की टेंशन, छाई बदली, बारिश हुई तो मेहनत पर पानी फिरने का सता रहा डर
कोरबा। चक्रवाती तूफान फेंगल का असर जिले में दिख रहा है। बदली छाई हुई है। बारिश के आसार हैं। रोजमर्रा के अलावा तूफान का सबसे अधिक प्रभाव खेती-किसानी पर देखने को मिल रहा है। क्षेत्र के किसान जो फसल कटाई के बाद धान सुखाने के लिए खेतों में रखे थे उन्हें फसल भीगने की चिंता सता रही है। ऐसे में कई किसान उसे उठाकर अपने घरों तक ला रहे हैं, लेकिन अब इसे सुखाने को लेकर परेशान है, क्योंकि जब तक यह कटा हुआ फसल अच्छी तरह से सुखेगा नहीं तब तक इसका मिसाई भी नहीं हो सकती। ऐसे में अब मौसम की अनिश्चितता को लेकर किसानों की टेंशन बढ़ गई है। कई किसानों ने मशीन से धान की कटाई कर घर के बाहर धान को डंप किया है। इससे अब धान के ढेर को कैसे सुखाए, ऐसे में जब तक अच्छी तरह से सुखेगा नहीं तब तक मंडी तक भी नहीं जा सकता। इस बीच ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अपनी फसल को बचाने के लिए पूरे दिन धान की फसल को समेटते रहे। साथ ही अगर कई दिनों तक इसी तरह से मौसम बना रहा तो अंदर ही अंदर धान सडऩे की कगार पर पहुंच जाएगा। जिससे इनकी सालभर की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात फेंगल का रविवार को लैंडफाल हो चुका है, लेकिन बंगाल की खाड़ी से वातावरण के निम्न स्तर पर प्रचुर मात्रा में नमी का आगमन लगातार जारी है। इसके प्रभाव से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल के साथ रिमझिम बरसात हो रही है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि सोमवार को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे। साथ ही जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में हल्की वर्षा भी होगी। शनिवार सुबह से रविवार की शाम छह बजे तक मौसम में उतार-चढ़ाव देखे गए। हालांकि चक्रवाती तूफान फेंगल के कारण छत्तीसगढ़ से अलग एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, इसका असर छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में देखा जा रहा है। इसके प्रभाव से ऊर्जाधानी भी अछूती नहीं है। चक्रवाती तूफान फेंगल धीरे-धीरे कमजोर हुआ और इससे एक कम दबाव का क्षेत्र बना है। तूफान धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। उम्मीद है कि इससे प्रदेश का मौसम साफ होगा और ठंड बढ़ेगी। हालांकि कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी की भी संभावना मौसम विभाग की ओर से जताई गई है, लेकिन कोरबा व आसपास के क्षेत्र में बूंदाबांदी नहीं हुई। मौसम में बदलाव के कारण अधिकतम 8 किलोमीटर प्रतिघंटा की रतार से धीरे-धीरे हवाएं चल रही है। चक्रवाती तूफान फेंगल का असर ऊर्जाधानी में देखा जा रहा है। आसमान में बादल छाए हुए हैं और इससे मौसम साफ नहीं दिखाई दे रहा है। बदली के कारण विजिब्लिटी की कमी है।इस बीच तापमान में आंशिक बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इससे लोगों को ठंड से हल्की राहत मिली है। आसमान में बदली छाने के कारण दिन भर लोगों को सूर्य के दर्शन नहीं हुए। शहर की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड को लेकर स्थिति खराब है। शहर की तुलना में ग्रामीण इलाकों में ज्यादा ठंड पड़ रही है। इससे बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। जंगल से लकडिय़ां काटकर इस्तेमाल कर रहे हैं। ठंड को लेकर लेमरू, पोड़ी उपरोड़ा और करतला के श्यांग क्षेत्र में रहने वाले लोग भी परेशान हैं। घने जंगल के बीच होने के कारण इन क्षेत्रों में तापमान अक्सर कोरबा शहर की तुलना में कम रहता है। इससे इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को ठंड ज्यादा लगती है। मौसम में हो रहे बदलाव की मार लोगों के सेहत पर पड़ रही है। सर्दी और जुकाम के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। इलाज के लिए लोग निजी या सरकारी अस्पतालों का रूख कर रहे हैं।
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मंगलवार से छंटेगा बादल
मौसम विभाग के अनुसार रविवार से फेंगल तूफान का असर कम होने लगा है। ऐसे में अब तीन दिसंबर से बादल छटना शुरू होगा, जिससे चार दिसंबर से आकाश मुख्यत: साफ होने की संभावना है। ऐसे में मौसम साफ होने के बाद न्यूनतम तापमान में गिरावट और अधिकतम तापमान में वृद्धि होने की बात कही जा रही है। जिससे कडक़ड़ाती ठंड भी शुरू होगी। जिससे लोगों को अपनी सेहत को लेकर भी सतर्क रहना होगा।