ग्वालियर: कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष ने की खुदकुशी, मफलर से बनाया फंद… – भारत संपर्क
वरिष्ठ अधिवक्ता अमर सिंह माहौर ने की खुदकुशी
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता अमर सिंह माहौर ने खुदकुशी कर ली है. गुरुवार की देर शाम वे घर पर अकेले थे. उसी वक्त उन्होंने फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. अमर सिंह ने मफलर के फंदे से झूलकर जान दी है. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घर की तलाशी ली तो उन्हें कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ. बताया जा रहा है कि अमर सिंह डिप्रेशन में चल रहे थे. पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है.
पुलिस ने बताया कि कांग्रेस नेता अमर सिंह माहौर का घर माधौगंज थाना क्षेत्र में करतार होटल के पास मौजूद है. यहीं पर उन्होंने मफलर से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली है. जिस वक्त अमर सिंह ने खुदकुशी की है उस वक्त उनके दामाद केशव अपनी दुकान पर और बेटी कीर्ति जीवाजी विश्वविद्यालय गई थीं. बेटी शाम चार बजे वापस घर पहुंची तो कमरा अंदर से बंद था. उन्होंने पति व रिश्तेदारों को फोन किया. इसके बाद कमरे का दरवाजा तोड़कर परिजन अंदर पहुंचे तब अमर सिंह का शव फांसी के फंदे पर झूलता हुआ मिला.
बताया जा रहा है कि जमीन की नोटरी के एक मामले में गलत दस्तावेजों को लेकर अमर सिंह के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद करीब तीन माह से वह बहुत परेशान चल रहे थे. इस दौरान उनका अधिकांश समय घर पर ही गुजरता था. इसलिए अधिकांशतः वह लोगों से कॉल पर ही बात किया करते थे. बात करने के बाद अपना मोबाइल बंद कर लेते थे. अमर सिंह माहौर का अंतिम संस्कार लक्ष्मीगंज स्थित मुक्तिधाम में किया गया.
उनकी बेटी और दामाद ने उनका अंतिम संस्कार किया है. मृतक के परिजन ने पुलिस को बताया है कि 26 नवंबर को न्यायालय के आदेश पर पद्मपुर खेरिया निवासी धारा सिंह की शिकायत पर प्रॉपर्टी डीलर संदीप सिंह चौहान व अमर सिंह माहौर के खिलाफ केस दर्ज किया था. इस मामले में संदीप ने करीब 7 बीघा जमीन के नामांकन आदि के दस्तावेज की नोटरी अमर सिंह माहौर माध्यम से करवाई थी.
मामले में भूस्वामी धारा सिंह का कहना था कि दस्तावेज फर्जी थे. हालांकि इस मामले में अमर सिंह माहौर को MP हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच से बीते रोज 1 लाख की अग्रिम जमानत सशर्त मिल गई थी. वहीं ग्वालियर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा का कहना है कि वे पिछले दो तीन महीने से डिप्रेशन में थे. उन्होंने जानने का भी प्रयास किया था लेकिन अमर सिंह ने अपनी परेशानी उनसे साझा नहीं की थी. फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर खुदकुशी के कारणों की पड़ताल शुरू कर दी है.