पारदर्शिता और निष्पक्षता से जारी है वनरक्षकों की भर्ती : वनमंत्री केदार कश्यप – भारत संपर्क न्यूज़ …
वनमंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा है कि राज्य में वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ चल रही है। उन्होंने कहा है कि राज्य में भर्ती प्रक्रिया को लेकर सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त करने और इस प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों को सजग रहने को कहा है। जिसके परिपालन में वन विभाग द्वारा 1,484 पदों के लिए सीधी भर्ती के तहत शारीरिक मापजोख और दक्षता परीक्षण प्रक्रिया में अत्याधुनिक तकनीकों और सुव्यवस्थित व्यवस्थाओं का उपयोग करते हुए निष्पक्ष चयन सुनिश्चित किया गया है, जिसकी उम्मीदवारों द्वारा सराहना की जा रही है। उम्मीदवारों ने बताया कि वन विभाग द्वारा अपनाई गई यह पारदर्शी और अत्याधुनिक प्रक्रिया न केवल भर्ती प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता की मिसाल पेश करती है, बल्कि सुशासन के आदर्शों को भी मजबूती प्रदान करती है।
उल्लेखनीय है कि वनरक्षक पदों के लिए शारीरिक मापजोख और दक्षता परीक्षण विगत 16 नवंबर से प्रारंभ है। इन परीक्षणों में उम्मीदवारों की ऊंचाई और सीने की माप के साथ-साथ 200 मीटर और 800 मीटर दौड़, लंबी कूद, और गोला फेंक जैसे इवेंट शामिल हैं। उम्मीदवारों के प्रदर्शन का मूल्यांकन सटीक समय और दूरी के आधार पर किया जा रहा है। इसी तरह भर्ती प्रक्रिया में आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया है। पात्र उम्मीदवारों को बीआईबी नंबर एवं इलेक्ट्रॉनिक चिप प्रदान की जाती है। यह इलेक्ट्रॉनिक चिप उम्मीदवारों की दौड़ के दौरान सटीक समय दर्ज करती है। लंबी कूद और गोला फेंक के लिए लेजर-आधारित मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। सभी आंकड़े तुरंत केंद्रीय सर्वर पर दर्ज किए जा रहे हैं। जिससे डेटा प्रबंधन में पारदर्शिता सुनिश्चित हो रही है। इसके अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे और चेहरे की पहचान प्रणाली (फेशियल रिकग्निशन सिस्टम) पूरी प्रक्रिया की निगरानी करते हैं। उम्मीदवारों को उनके स्कोर मौके पर ही बताए जाते हैं, जिस पर उनके हस्ताक्षर लिए जाते हैं। किसी भी विवाद की स्थिति में, सीसीटीवी फुटेज दिखाकर समस्या का समाधान किया जा रहा है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री वी. श्रीनिवास राव ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप और वन मंत्री श्री केदार कश्यप के नेतृत्व में विभाग निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ भर्ती प्रक्रिया संचालित करने के लिए प्रतिबद्ध है। तकनीकी नवाचारों और सख्त दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए यह प्रक्रिया न केवल कुशल है बल्कि उम्मीदवारों के विश्वास को भी मजबूत करती है। उन्होंने बताया कि भर्ती प्रक्रिया की देखरेख वन मंडलाधिकारी और 140-150 वन कर्मचारियों की टीम द्वारा की जा रही है। स्कूल शिक्षा विभाग के फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर्स को भी भर्ती प्रक्रिया की देखरेख के लिए विशेषज्ञ के रूप में शामिल किया गया है। उम्मीदवारों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है, जिसमें पीने का पानी, ओआरएस, प्राथमिक उपचार किट, स्वच्छ शौचालय, चेंजिंग रूम, सामान रखने की व्यवस्था, पार्किंग और मेडिकल सहायता शामिल हैं। बीमार या अन्य कारणों से अनुपस्थित उम्मीदवारों के फिटनेस टेस्ट के लिए रिजर्व दिन भी रखा गया है।