Reliance Jio है देश की नंबर-1 टेलीकॉम कंपनी, फिर भी Airtel से यहां रह गई फिसड्डी – भारत संपर्क


Airtel Vs Jio Recharge plan
अगर आप मोबाइल चलाते हैं, तो बहुत चांस है कि आपके पास रिलायंस जियो या एयरटेल की ही सिम हो. ये दोनों कंपनियां देश की टॉप टेलीकॉम कंपनियां हैं और इसमें रिलायंस जियो तो नंबर-1 है, क्योंकि उसके सब्सक्राइबर सबसे ज्यादा हैं. फिर भी एक मामले में एयरटेल को ज्यादा फायदा हुआ है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विस की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते 5 साल में देश की टेलीकॉम कंपनियों का रेवेन्यू लगभग दोगुना हो चुका है. इसमें बड़ा हाथ कंपनियों के टैरिफ में लगातार बढ़ोतरी करने का है और इसके आगे भी जारी रहने का अनुमान है.
रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही में टेलीकॉम कंपनियों का रेवेन्यू ईयरली बेसिस पर 13 प्रतिशत बढ़कर 674 अरब रुपए रहा है. वहीं जुलाई-सितंबर 2019 की तुलना में कंपनियों का रेवेन्यू लगभग 96 प्रतिशत बढ़ा है. इस तरह उनके रेवेन्यू में हर साल 14 प्रतिशत की ग्रोथ हुई है.
ये भी पढ़ें
दिसंबर 2025 तक 15 प्रतिशत महंगा होगा फोन चलाना
मोतीलाल ओसवाल का अनुमान है कि आने वाले साल में भी फोन कंपनियां टैरिफ बढ़ाती रहेंगी. दिसंबर 2025 तक टैरिफ प्लान्स की कीमतों में 15 प्रतिशत तक की हाइक का अनुमान है. इस साल भी कपंनियों ने थोड़े-थोड़े अंतराल पर तीन बार टैरिफ बढ़ाया है. इससे कंपनियों का रेवेन्यू बेहतर हुआ है.
एयरटेल रही सबसे ज्यादा फायदे में
टेलीकॉम कंपनियों का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूनिट (ARPU) सितंबर 2019 में 98 रुपए था और सितंबर 2024 के अंत तक ये 193 रुपए हो गया है. ये तब हुआ है जब कंपनियों के सब्सक्राइबर्स की संख्या में कमी आई है. सितंबर 2019 में देश के अंतर 1.17 ट्रिलियन मोबाइल सब्सक्राइबर थे, जो सितंबर 2024 में घटकर 1.15 ट्रिलियन रह गए.
अगर एवरेज रेवेन्यू प्रति यूनिट के हिसाब से देखें तो रिपोर्ट में बताया गया है कि सबसे ज्यादा फायदे में एयरटेल रही है. उसका एआरपीयू 2.2 गुना बढ़ा है, जो हर साल 17 प्रतिशत की ग्रोथ को दिखाता है.वहीं एयरटेल का रेवेन्यू 2.6 गुना 2019 से 2024 के बीच बढ़ा है.