पहला शतक जमाया, 14 चौके-छक्के जड़कर आधे से ज्यादा रन बनाए, टीम को फिर भी मि… – भारत संपर्क
शे होप ने इस सीजन का पहला शतक लगाया.Image Credit source: ILT20
क्रिकेट टीम गेम है और इसलिए यहां हार-जीत के लिए हर खिलाड़ी के योगदान की जरूरत होती है. कभी-कभार एक खिलाड़ी अकेले दम पर मैच जिता भी देता है लेकिन फिर भी ज्यादातर मौकों पर एक से ज्यादा खिलाड़ी जब दमदार प्रदर्शन करते हैं, तब ही जीत हासिल हो पाती है. इसका एक नजारा देखने को मिला दुबई में जहां एक बल्लेबाज ने पहला शतक जमाकर रिकॉर्ड बनाया लेकिन उसके अलावा टीम का कोई बल्लेबाज कुछ नहीं कर सका और इस यादगार शतक के बावजूद उस बल्लेबाज को अपनी टीम की हार देखनी पड़ी. ये बल्लेबाज हैं शे होप, जिन्होंने आईएलटी20 के नए सीजन का पहला शतक जमाया लेकिन फिर भी उनकी टीम दुबई कैपिटल्स को शिकस्त मिली.
सोमवार 13 जनवरी को ILT20 के तीसरे सीजन का चौथा मैच दुबई कैपिटल्स और MI एमिरेट्स के बीच खेला गया. MI ने यहां पहले बैटिंग की और उसके बल्लेबाजों ने मिलकर टीम को एक बड़े स्कोर तक पहुंचाया. इसमें कप्तान निकोस पूरन और इंग्लिश बल्लेबाज टॉम बैंटन की विस्फोटक अर्धशतकीय पारियों का बड़ा योगदान रहा. बैंटन ने जहां 52 गेंदों में 74 रन बनाए, वहीं कप्तान पूरन तो ज्यादा खतरनाक नजर आए और उन्होंने सिर्फ 29 गेंदों में ताबड़तोड़ 59 रन कूट दिए. उनकी इस पारी में 2 चौके और 6 हाहाकारी छक्के शामिल थे. इसके दम पर टीम ने 7 विकेट खोकर 187 रन बनाए.
दुबई की शुरुआत तो दमदार थी लेकिन ये अकेले शे होप के दम पर हुई. वेस्टइंडीज के वनडे कप्तान होप ने आते ही गेंदबाजों की धुनाई शुरू की. उन्होंने 32 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया. वो अकेले दम पर टीम के स्कोर को आगे बढ़ाते गए और MI के लिए रास्ते का कांटा बने रहे. होप ने 58 गेंदों में अपना दूसरा टी20 शतक पूरा किया, जबकि ILT20 में इस सीजन का ये पहला शतक भी था. हालांकि अगली ही गेंद पर वो आउट हो गए. उन्होंने 59 गेंदों में 11 चौके और 3 छक्कों की मदद से 101 रन बनाए.
होप शुरू से ही अकेले लड़ते रहे, जहां उन्हें किसी अन्य बल्लेबाज का साथ नहीं मिला. 16वें ओवर में उनके आउट होने के बाद भी यही हाल रहा और टीम 20 ओवर में 6 विकेट खोकर सिर्फ 161 रन बना सकी. इस तरह उसे 26 रन से हार का सामना करना पड़ा. यानि दुबई के कुल 161 में से आधे से ज्यादा रन तो होप ने ही बनाई. उनके बाद टीम की ओर से दूसरा सबसे बड़ा स्कोर सिर्फ 16 रन था. जाहिर तौर पर टीम को हार मिलनी थी और यही हुआ.