जहर से दो जिंदगियां असमय हुई खत्म — भारत संपर्क
आकाश मिश्रा
सिरगिट्टी क्षेत्र में रहने वाली 12 साल की छात्रा नयन बंजारा सातवीं कक्षा की पढ़ाई करती थी। 15 जनवरी को भी नयन बंजारा रोज की तरह स्कूल गई थी। टिफिन टाइम में वह अपने लंच बॉक्स से टिफिन निकाल कर खा रही थी, जिसके बाद अचानक उसे उल्टियां शुरू हो गई । स्कूल प्रबंधन ने इसकी सूचना परिजनों को दी। परिजन उसे सिम्स लेकर गए, जहां बच्ची का इलाज चलता रहा।
पता चला कि नयन बंजारा की मां संगीता बंजारा पत्थल गांव में शिक्षिका है तो वही उसके पिता दौलत बंजारा भी प्राइवेट जॉब करते हैं, जिन्होंने बच्ची की बेहतर पढ़ाई के लिए उसे उसकी नानी के घर बिलासपुर में रहने दिया था। इधर इलाज के दौरान नयन बंजारा की मौत हो गई। पता चला कि उसकी मौत की वजह जहर सेवन था। नयन के पेट में जहर कैसे पहुंचा यह रहस्य बना हुआ है। क्या उसके टिफिन बॉक्स में किसी ने जहर मिलाया था या उसने खुदकुशी की है, यह जांच का विषय है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रही है। इस पूरे मामले को नयन के माता-पिता ने भी संदेहास्पद बताते हुए जांच की मांग की है।
ससुराल पक्ष का ताना सुनकर नव विवाहिता ने पी लिया जहर
इधर कोरबा में नव विवाहिता ने अपमानित होने के चलते जहर पीकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। 21 साल की काजल ने नराई बोध गांव में रहने वाले 24 साल के कमलेश महंत के साथ प्रेम विवाह किया था। दोनों की जाती अलग थी। काजल के पिता नारायण भारद्वाज के अनुसार विवाह के बाद से ही उनकी बेटी को छोटी जाति का कहकर प्रताड़ित किया जाता था, जिससे तंग आकर उनकी बेटी ने शुक्रवार शाम को कीटनाशक पी लिया। आनन फानन में उसे जिला अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई। काजल के पिता की शिकायत पर पुलिस मामला दर्ज कर कार्रवाई कर रही है।
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