Google कैसे तैयार करता है अपना Maps, क्या AI से भी मिलती है मदद – भारत संपर्क
Google Maps Image Credit source: Freepik
जब भी किसी नई जगह पर जाना हो या किसी शॉप के बारे में पता लगाना हो. सड़कों पर घूमने से लेकर मंजिल तक पंहुचाने में गूगल मैप्स का सबसे बड़ा हाथ है. लेकिन क्या आपने सोचा है कि गूगल मैप्स को कैसे तैयार किया जाता है. आखिर इसे सारे रास्ते कैसे पता होते हैं. क्या गूगल मैप्स को एआई की मदद से ऑपरेट किया जाता है. ऐसे सभी सवालों के जवाब आपको यहां पर मिल जाएंगे. यहां जानें कि गूगल मैप्स कैसे तैयार किया जाता है और एआई से इसे कैसे मदद मिलती है.
गूगल कैसे मैप्स तैयार करता है?
Google Maps को बनाने के लिए गूगल सैटेलाइट इमेजरी, ट्रैफिक सिग्नल, फोन के GPS और कई सोर्सेज से डेटा कलेक्ट करता है. इसके बाद डेटा को रियल-टाइम डेटा एनालाइज टूल्स में डाला जाता है. इन टूल्स से डेटा को सही इंफॉर्मेशन में चेंज किया जाता है.
जैसा कि ऊपर बताया गूगल मैप्स तैयार करने के लिए इस्तेमाल होने वाले डेटा सैटेलाइट इमेजरी, ट्रैफिक सिग्नल पर लगे कैमरों, स्मार्टफोन पर लगे जीपीएस से मिलता है.
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गूगल की एक ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक, मैप्स 250 मिलियन से ज्यादा प्लेस और 300 मिलियन से ज्यादा लोकल गाइड्स की मदद करने के लिए बड़े लैग्वेंज मॉडल (LLM) का इस्तेमाल करता है. ताकि जो भी यूजर सर्च कर रहा है, उसके बेस पर रिजल्ट दे सके. जल्द ही गूगल मैप्स सर्च रिजल्ट में फोटोज, रिव्यू और रेटिंग का भी यूज करेगा.
गूगल मैप्स और गूगल अर्थ में AI फीचर्स
बीते दिनों में गूगल मैप्स और गूगल अर्थ में AI फीचर्स शामिल किए गए हैं. ये इनमें डेवलपर्स को सही और रियल टाइम जानकारी अपडेट करने में मदद मिलती है.
अक्टूबर में Google ने अपने जनरेटिव AI चैटबॉट Gemini के साथ मैप्स को जोड़ा था. Gemini उन जगहों को ढूंढने में मदद कर सकता है जो डिटेल्ड स्पेसिफिकेशन सेट को पूरा करते हैं. इसे आप ऐसे समझ सकते हैं. जैसे कि टीवी और आउटडोर डाइनिंग के साथ डॉग-फ्रेंडली स्पोर्ट्स बार.
ये हजारों रिव्यू को एक जगह दिखा सकता है. ड्राइवरों खराब सड़कों या बाढ़ वाले एरिया की रियल टाइम रिपोर्ट दे सकता है. और रास्ते में एक इमर्सिव व्यू पर मौसम की अपडेट शो कर सकता है.