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ब्रेकिंग न्यूज़…..डिप्टी कमिश्नर संतोष सिंह ठाकुर व उनकी टीम ने जनपद पंचायत कोरबा में खंगाले रिकॉर्ड, जप्त किए दस्तावेज, गबन की राशि अलग अलग, अफसरों के चेहरे से उड़ने लगा रंग, ग्राम पंचायत रजगामार में फर्जी दस्तावेज बनाकर हुई कार्रवाई की शिकायत पर शुरू हुई जांच, जिला और जनपद पंचायत सीईओ की बढ़ेगी मुश्किलें

कोरबा। जिला पंचायत कोरबा व जनपद पंचायत कोरबा में फर्जी दस्तावेज बनाकर की गई कार्यवाही को लेकर जिला और जनपद पंचायत सीईओ के साथ अन्य अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ सकती है। ग्राम पंचायत रजगामार में सरपंच सचिव पर की गई कार्रवाई अधिकारियों के गले की फांस बन सकती है। गबन की गई अलग अलग राशि ने अधिकारियों की भूमिका को संदेह के दायरे में ला दिया है। मामले में बिलासपुर डिप्टी कमिश्नर संतोष सिंह ठाकुर व तीन अन्य ने 20 फरवरी को जनपद पंचायत कोरबा में पहुंचकर कई बिंदुओं पर जांच किए हैं। बताया जा रहा है कि वे दस्तावेजों को अपने साथ जप्त कर ले गए हैं। आने वाले दिनों में प्रदेश स्तर की कार्यवाही से बड़ा खुलासा होने की पूरा संभावना है। आखिर इस षड्यंत्र के पीछे किन-किन अधिकारियों का हाथ है इस राज पर से पर्दा उठ सकता है। मामले में पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर की प्रमुख सचिव पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग निहारिका बारीक से शिकायत के बाद शासन हरकत में आ गया है। शिकायत में कहा गया है कि ग्राम पंचायत रजगामार सरपंच रामूला राठिया पर कांग्रेस शासन काल में सुश्री जुली तिर्की उपसंचालक (पंचायत), व तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नूतन कंवर के द्वारा कांग्रेस के नेताओं के दबाव में मनगढ़ंत फर्जी रिपोर्ट तैयार किया गया। जिसमें रजगामार सरपंच सचिव के विरुद्ध 1करोड़ 56 लाख रुपए की शासकीय राशि के गबन का आरोप लगाकर पुलिस चौकी रजगामार में एफ.आई.आर दर्ज कराया गया था। पत्र में कहा गया था कि पूर्ण रूप से दोषी उपसरपंच के कांग्रेस पार्टी के नेता होने के कारण अभयदान दिया गया है। उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई। राशि के अन्तर के कारण मामले में फर्जी रिपोर्ट का संदेह पैदा हो गया है। अब इस मामले में भी तत्कालीन सचिव ईश्वर लाल धिरहे ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने ने भी जो शिकायत की उसमें अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रही है। श्री धीरहे की शिकायत है कि एफ.आई.आर. दर्ज में 15600079.00 रू., जिला पंचायत आरोप पत्र में 30676467.00 रू. जिला पंचायत वसूली प्रकरण में 7800039.50 रू, पुरे कार्य काल में 14245479.00 रू.ज. पं. कोरबा के भौतिक जांच में 362569.50 तथा पूर्व सचिव कौशल सोनवानी के कार्यकाल की 1241500.00 रू. राशि का विवरण दस्तावेज के अनुसार दिखाया गया है। इसमें से कौन सा राशि सही है और कौन सा सही नहीं है? यह बड़ा सवाल है। श्री धीरहे का भी कहना है कि यह उनके समझ से भी परे है।

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तत्कालीन सचिव के बिंदुवार शिकायत ने खड़े किए सवाल

तत्कालीन सचिव ईश्वर लाल धिरहे ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत से की गई शिकायत में बर्खास्तगी से बहाली की मांग की है। शिकायत पत्र में बिन्दुसार कहा गया है कि ग्राम पंचायत रजगामार में दिनांक 06.08.2021 को उपस्थिति दिया एवं प्रभार दिनांक 12. 08.2021 को पंचायत का प्रभार मिला। उपसरपंच जितेन्द्र राठौर के शिकायत के आधार पर जांच दिनांक 13.03.2023 को किया गया है। जनपद पंचायत कोरबा सी.ई.ओ. के द्वारा पुलिस चौकी रजगामार में राशि 15600079. 00 रू. दिनांक 10.04.2023 को एफ.आई.आर. दर्ज करवाया गया। उच्च न्यायालय बिलासपुर छ.ग. के द्वारा उक्त मामले में अग्रिम जमानत दिनांक 16. 10.2023 को राहत दिया गया। जिला पंचायत कोरबा द्वारा दिये गये आरोप पत्र जारी दिनांक 06.07.2023 को राशि 30676467.00 रू.बताया गया। जनपद पंचायत कोरबा सी.ई.ओ. के द्वारा जांच दिनांक 26.02.2024 को राशि 30676467. 00 रू. की पुष्टि कर जिला पंचायत कोरबा को प्रेषित किया गया है। जिला पंचायत कोरबा सी.ई.ओ. से जारी पत्र के अनुसार दिनांक 13.03.2024 को बर्खास्त के लिए पत्र दिया गया। जिला पंचायत कोरबा सी.ई.ओ. से जारी पत्र दिनांक 13.03.2024 का मेरे द्वारा अभ्यावेदन दिनांक 21.03.2024 को जवाब दिया गया। जिला पंचायत कोरबा सी.ई.ओ. के द्वारा दिनांक 13.03.2024 को राशि 7800039.50 रू. का वसूली प्रकरण कलेक्टर/दण्डाधिकारी को प्रेषित किया गया। जिला पंचायत सी.ई.ओ. के द्वारा दिनांक 24.04.2024 को बर्खास्त किया गया किया गया। सहायक जन सूचना अधिकारी जनपद पंचायत कोरबा से मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 10.05.2024 को ग्राम पंचायत रजगामार, तत्कालीन सचिव ईश्वर लाल घिरहे के पुरे कार्यकाल को राशि 14245479.00 रू. दिया गया है। सूचना के अधिकार से मिली दिनांक 20.09.2024 को जानकारी अनुसार दिनांक 20.05. 2024, 04.07.2024 एवं 05.07.2024 को मेरे (तत्कालीन सचिव) बर्खास्तगी होने के बाद भी पुनः जनपद पंचायत कोरबा सी.ई.ओ. के द्वारा 09 सदस्यीय जांच टीम के द्वारा जांच व भौतिक सत्यापन कराया गया। जिसमें 362569.50 रू. जांच में पुष्टि किया गया है। जनपद पंचायत कोरबा के जांच दिनांक 20.05.2024, 04.07.2024 एवं 05.07.2024 ग्राम पंचायत रजगामार की पूर्व सचिव कौशल सोनवानी के कार्यकाल का भी मेरे(तत्कालीन सचिव) ऊपर राशि 1241500.00 रू. जबरदस्ती डाला गया है।

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हाईकोर्ट ने भी मांगा जवाब

अपने बर्खास्तगी के मामले को लेकर पूर्व सचिव ईश्वर लाल धीरहे ने उच्च न्यायालय बिलासपुर में एक याचिका दाखिल किया है। जिसमें सीईओ जिला पंचायत कोरबा व सीईओ जनपद पंचायत कोरबा एवं करारोपण अधिकारी जनपद पंचायत कोरबा को पार्टी बनाया है। वही इस मामले में उच्च न्यायालय ने संज्ञान लेते हुए तीनों को नोटिस जारी कर 6 सप्ताह के अंदर जवाब मांगा है।

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