चंबल से वर्ल्ड चैंपियन बनने तक, ज्योतिष की बेटी ने बॉलिंग से चमकाई टीम इंडि… – भारत संपर्क

कौन हैं वैष्णवी शर्मा, जिसने चंबल से निकलकर अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में लहराया परचम. (Hazrin Yeob Men Shah/Icon Sportswire via Getty Images)
अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप 2025 का खिताब भारत ने अपने नाम कर लिया है. टीम इंडिया लगातार दूसरी बार इस टूर्नामेंट की चैंपियन बन गई है. भारतीय टीम को फिर से वर्ल्ड चैंपियन बनाने में चंबल की लड़की का अहम योगदान रहा. इस लड़की का नाम है वैष्णवी शर्मा. उन्होंने फाइनल मुकाबले में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 4 ओवर में महज 23 रन देकर 2 विकेट चटकाए. बता दें वैष्णवी ने इस टूर्नामेंट के दौरान 7 मुकाबलों में 17 विकेट चटकाए. इसके साथ ही उन्होंने एक रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया. दरअसल, वो अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप के एक एडिशन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गई हैं. इससे पहले ये रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की मैगी क्लार्क के नाम था. हालांकि, वैष्णवी ने फाइनल से पहले ही 15 विकेट के साथ इस रिकॉर्ड को तोड़ चुकी थीं. लेकिन इस मुकाबले 2 विकेट लेकर अपनी उपलब्धि को मजबूत किया.
कौन हैं वैष्णवी शर्मा?
अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप में अपनी गेंदबाजी से तहलका मचाने वाली 19 साल की वैष्णवी शर्मा मध्यप्रदेश के ग्वालियर में चंबल क्षेत्र की रहने वाली हैं. पहली बार इस क्षेत्र की कोई महिला क्रिकेटर वर्ल्ड कप जैसे इवेंट में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनी है. हालांकि, यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है.
वैष्णवी की सफलता में उनके माता-पिता का बड़ा योगदान रहा है. उनके पिता नरेंद्र शर्मा पेशे से ज्योतिष हैं. उन्हीं के सपोर्ट से वैष्णवी ने 5 साल की उम्र से ही क्रिकेट की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी. अब करीब 14 साल के बाद उन्हें मेहनत का फल मिला है. उन्हें वर्ल्ड कप जैसी ट्रॉफी नसीब हुई है.
रिकॉर्ड के साथ किया था डेब्यू
वैष्णवी शर्मा ने एक रिकॉर्ड के साथ अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप में कदम रखा था. इसी टूर्नामेंट में मलेशिया के खिलाफ उन्हें डेब्यू कैप मिला था और पहले ही मैच में उन्होंने हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया था. इस टूर्नामेंट में ये कारनामा करने वाली वो पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई थीं. वैष्णवी ने 4 ओवर में सिर्फ 5 रन देकर 5 विकेट चटकाए थे.
रह चुकी हैं बेस्ट क्रिकेटर
वैष्णवी ने 2017 में मध्यप्रदेश की अंडर-16 टीम से घरेलू क्रिकेट में कदम रखा था. उन्होंने इस स्तर एक से बढ़कर एक प्रदर्शन किए, जिसके बाद उन्हें मध्यप्रदेश की सीनियर टीम में भी मौका मिला. साल 2022 में वैष्णवी ने घरेलू क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट वाली गेंदबाज रही थीं. उनके दमदार प्रदर्शन को देखते हुए बीसीसीआई ने डालमिया अवार्ड से नवाजा था. बता दें वो भारतीय अंडर-19 टीम की कप्तान भी रह चुकी हैं.