बजट से पहले जारी हुआ Note on Economy, 9 साल में ऐसे बदला भारत | Note on Economy…
भारत की इकोनॉमी पिछले 9 साल से तेजी से बढ़ रही है. इस बात की पुष्टि खुद आईएमएफ ने किया है. IMF ने भारत को स्टार परफॉर्मर की कैटेगरी में रखा है. बजट से ठीक पहले आई यह रिपोर्ट बताती है कि देश तेजी से विकास कर रहा है. भारत की रियल जीडीपी ने वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही (अप्रैल-सितंबर 2023) में 7.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो उस समय विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक थी. भारत का राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय 2023-24 की रिपोर्ट बताती है कि भारत की जीडीपी वृद्धि 7.3% होने का अनुमान लगा रहा है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने वित्त वर्ष-24 में भारत की अर्थव्यवस्था के लिए अपना ग्रोथ अनुमान बढ़ा दिया है, जो पहले 6.3% से बढ़कर 6.7% हो गया है.
भारतीय बाजार की बढ़ रही है ताकत
इसके अलावा ओईसीडी का आर्थिक आउटलुक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि का अनुमान लगाता है. भारत की उभरती इकोनॉमी का एक सबसे बड़ा उदाहरण भारतीय बाजार में बढ़ता निवेश है. यही कारण है कि भारत का शेयर बाजार हांगकांग को पीछे छोड़कर चौथे स्थान पर पहुंच गया है.
इसके अलावा ओईसीडी का आर्थिक आउटलुक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि का अनुमान लगाता है. भारत की उभरती इकोनॉमी का एक सबसे बड़ा उदाहरण भारतीय बाजार में बढ़ता निवेश है. यही कारण है कि भारत का शेयर बाजार हांगकांग को पीछे छोड़कर चौथे स्थान पर पहुंच गया है. भारत सरकार यूपीआई को प्रमोट कर रही है. खुद पीएम मोदी कई बार इसकी अगुआई करते नजर आए हैं. इसका रिजल्ट भी देखने को मिल रहा है. दिसंबर 2023 में यूपीआई लेनदेन ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है. जिसका मूल्य 18.23 ट्रिलियन रुपए (42%) के करीब था.
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ये है अलग-अलग सेक्टर की ग्रोथ
भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर 30 वर्षों की ऊंचाई पर है. दिसंबर 2023 में सर्विस सेक्टर का प्रोडक्शन 13 वर्षों के रिकॉर्ड स्तर पर है. दिसंबर 2023 में 13.8 मिलियन यात्रियों के साथ रिकॉर्ड घरेलू हवाई यात्री यातायात देखा गया, जो कि एक बड़ा उछाल है. ऑटो इंडस्ट्री की बात करें तो पिछले साल 40 लाख यूनिट्स कारों की सेल हुई है.