AI War: एलन मस्क के ऑफर पर भड़के Chat GPT के मालिक, 97.4 करोड़ में नहीं बेचा… – भारत संपर्क
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![AI War: एलन मस्क के ऑफर पर भड़के Chat GPT के मालिक, 97.4 करोड़ में नहीं बेचा चैटबॉट AI War: एलन मस्क के ऑफर पर भड़के Chat GPT के मालिक, 97.4 करोड़ में नहीं बेचा चैटबॉट](https://images.bharatsampark.co.in/wp-content/uploads/2025/02/elon-musk-and-sam-altman-dispute.jpeg?w=1280)
Elon Musk And Sam Altman Dispute
एलन मस्क ने इस बार भी ट्विटर वाला दांव ही खेला है. जैक डोर्सी वाला ही सीन मस्क ने सैम ऑल्टमैन के साथ दोहराया है. ट्विटर के वैल्यूएशन को लेकर जंग लंबी चली लेकिन 44 अरब डॉलर में डील पक्की हो गई. हुआ. मस्क केवल दुनिया के सबसे बड़े सोशल प्लेटफॉर्म को हासिल करना चाहते थे और वो उन्होंने कर दिखाया. चैटजीपीटी और मस्क का कनेक्शन काफी अलग है. मस्क चैटजीपीटी के फाउंडर है. 2015 में OpenAI स्टार्टअप ऑल्टमैन और मस्क ने मिलकर शुरू किया था. लेकिन नॉनप्रॉफिट मामले के चलते बीच में ही निकल गए थे.
घाटे के वजह से जिसे छोड़ा उसी पर लगाया दांव
मस्क ने जिस ओपन एआई को छोड़ा अब उसकी वैल्यूएशन 300 अरब डॉलर हो गई है. मस्क इसे खरीदने का दांव खेल रहे हैं. लेकिन सैम ऑल्टमैन ने एक्स प्लेटफॉर्म पर नो थैंक्यू, का रिप्लाई किया और कहा कि आप चाहो तो ट्विटर 9.7 अरब डॉलर में मुझे बेच दो. ये सब पेरिस में एआई पर ग्लोबल समिट शुरू होने से पहले ही शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस समिट के लिए पहुंच चुके हैं.
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no thank you but we will buy twitter for $9.74 billion if you want
— Sam Altman (@sama) February 10, 2025
आखिर क्या है ये मामला
ओपन एआई को खरीदने के लिए दांव एलन मस्क ने नहीं, बल्कि उनकी कंपनी के ग्रुप ने लगाई है. मस्क जेनरेटिव एआई के फील्ड में सबसे ऊपर रहना चाहते हैं. इसकी लीड लेने के लिए मस्क ने साल 2023 में xAI भी बनाया था. लेकिन मस्क की किस्मत ने साथ नहीं दिया और ये टेक ऑफ नहीं कर पाया.
मस्क और ऑल्टमैन
मस्क और ऑल्टमैन चैटजीपीटी के लिए काफी समय से कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं. मस्क के मुताबिक, ओपन एआई को नॉन प्रॉफिट मोटीव से पब्लिक के लिए शुरू किया गया था. जिसे प्रॉफिट कमाने वाली कंपनी में बदलना सही नहीं होगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मस्क ने कहा है कि वो टाइम आ गया है कि OpenAI में ओपन सोर्स आ जाए. इसका मतलब है कि ये सभी के लिए फ्री और अवेलेब हो जाए.
AI ग्लोबल समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पीएम नरेंद्र मोदी को इस समिट के लिए स्पेशली बुलाया है. चीन इस फील्ड में आगे बढ़ रहा है. लेकिन एआई पर ग्लोबल एप्रोच और टेक सुपरपॉवर के लिए भारत जरूरी है. पीएम मोदी इस समिट को चेयर करेंगे. हाल में ऑल्टमैन भारत दौरे पर भी आए थे. जिसमें उन्होंने अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की थी. ऑल्टमैन ने यहां पर एआई पर भारत सरकार के साथ काम करने की इच्छी भी जताई थी.