अजब बिहार की गजब बैंक! शख्स की 7 साल पहले हुई मौत, भेजा दिया 1.46 लाख का…
![अजब बिहार की गजब बैंक! शख्स की 7 साल पहले हुई मौत, भेजा दिया 1.46 लाख का… अजब बिहार की गजब बैंक! शख्स की 7 साल पहले हुई मौत, भेजा दिया 1.46 लाख का…](https://bharatsampark.co.in/wp-content/uploads/2025/02/bihar-news-1280-720-49-1024x576.jpg?v=1739300639)
बिहार के खगडिया जिले से अनोखी खबर सामने आ रही है. एक बैंक की कार्यशैली चर्चा का विषय बनी हुई है. यहां एक बैंक ने एक ऐसे शख्स के नाम पर केस कर दिया, जिसकी मृत्यु सात साल पहले हो चुकी है. यही नहीं लापरवाही तो तब हो गई जब मृतक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर दिया गया है. वहीं जब पुलिस शख्स को गिरफ्तार करने पहुंची तो परिजनों ने जो बताया उससे हैरान रह गई और खाली हाथ वापस लौट गई.
जानकारी के अनुसार जिले के चौथम ब्लॉक के नवादा गांव के निवासी विद्यानंद की मृत्यु सात साल पहले अप्रैल 2018 में ही हो चुकी है. इसके बाद दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की देवका शाखा ने मृतक के नाम पर 1.46 लाख रूपए की वसूली को लेकर केस दर्ज करा दिया. इसके बाद मृतक की गिरफ्तारी का वारंट भी जारी हो गया.
खाली हाथ लौटी पुलिस
वहीं जब पुलिस नामित व्यक्ति को गिरफ्तार करने गई तो लोगों ने मृतक व्यक्ति के परिजनों ने पुलिस को सच्चाई बताई. सच्चाई का पता चलने के बाद पुलिस खाली हाथ वापस लौट गई. अब बैंक की इस अनोखी कार्यशैली की हर जगह चर्चा हो रही है. परिजनों ने बताया कि इसकी जानकारी बैंक को दे दी गई थी. इसके बाद भी अगर केस दर्ज कराया गया और गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया तो ये गलत है.
बैंक मैनेजर ने दर्ज कराया था केस
मामला सामने आने के बाद बैंक की तरफ से जानकारी दी गई कि मृतक के खिलाफ सर्टिफिकेट केस दर्ज कराने का प्रावधान नहीं है. मृतक के परिजनों ने इस बात की सूचना बैंक को दी थी या नहीं, इसकी जांच की जाएगी. सूचना मिलने के बाद भी बैंक मैनेजर की तरफ से सर्टिफिकेट केस कराया गया है यह गलत है.
सात साल पहले हो चुकी शख्स की मौत
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि बैंक की तरफ से मामला दर्ज कराया गया था. वहीं गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद शख्स को गिरफ्तार करने के लिए टीम पहुंची थी. पुलिस टीम को परिजनों ने बताया कि शख्स की सात साल पहले मौत हो चुकी है. जिसके बाद मामले की सच्चाई का पता चला है. इसकी जानकारी बैंक के कर्मचारियों को दे दी गई है. अब वो लोग अपने स्तर पर जांच करने की बात कह रहे हैं.