बिलासा एयरपोर्ट के विकास पर राज्य सरकार दे रही पूरा ध्यान, हम संतुष्ट-हवाई सेवा…- Bharat Sampark
■ नाईट लैंडिंग का 60 फीसदी काम पूरा, इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य नारियल फोड़ने के साथ शुरू
■ टर्मिनल भवन का काम भी 70 प्रतिशत पूरा , लगेज कन्वेयर बेल्ट भी स्वीकृत
■ सांसद से मांग बिलासपुर एयरपोर्ट को उड़ान 5.0 में शामिल कराएं
बिलासपुर । हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने बिलासा देवी केंवट एयरपोर्ट में चल रहे विकास कार्यो पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार के द्वारा बिलासपुर एयरपोर्ट के विकास के लिए पर्याप्त ध्यान दिया जा रहा है और सभी आवश्यक कार्य उचित रफ़्तार से चल रहे है।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने विस्तार से ब्यौरा देते हुए कहा कि नाईट लैंडिंग सम्बन्धी सिविल कार्य 60% पूरा हो चुका है। इसमें रनवे के दोनों तरफ मिट्टी की कटाई और नाईट लैंडिंग मशीनों के लिए भवन निर्माण शामिल है। इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य भी नारियल फोड़ने के साथ प्रारंभ हो गया। सबसे पहले केबल डालने के लिए केबल ड्रेन का निर्माण रनवे के दोनों तरफ शुरू किया गया है। नाईट लैंडिंग के लिए आवश्यक मशीनों और केबल को विदेश से आयात करने का आर्डर भी दिया जा चुका है और यह समय पर बिलासपुर पहुंच जाएगा । इसके साथ ही टर्मिनल भवन विस्तार का काम भी 70 प्रतिशत पूरा गया है। अराइवल हॉल में लगेज कन्वेयर बेल्ट लगाना भी स्वीकृत किया जा चुका है। इसको लगाने का काम भी जल्दी शुरू किया जाएगा।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने केंद्र सरकार की उड़ान 5.0 योजना में बिलासपुर एयरपोर्ट को शामिल करने की मांग दोहराई है।इसके लिए समिति ने सांसद अरुण साव से सक्रियता दिखाने की मांग की है।गौरतलब है कि एएआई ने उड़ान योजना के मापदंडो में फेरबदल कर एक एयरपोर्ट पर सप्ताह में 7 से अधिक लैंडिंग टेकऑफ होने पर एयरपोर्ट को “अंडर सेर्वेड” श्रेणी से बाहर कर दिया है। बिलासपुर एयरपोर्ट में केवल 8 लैंडिंग टेकऑफ है और व्यावहारिक रूप से एक ही फ्लाइट है। समिति ने सांसद से बिलासपुर एयरपोर्ट को उड़ान 5.0 योजना का लाभ दिलाने की मांग की।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का महाधरना आज भी जारी रहा । आगमन के क्रम से महापौर रामशरण यादव पार्षद गण, बजरंग बंजारे, रामप्रकाश साहू, सुखी राम पटेल, के अलावा सर्व श्री बद्री यादव, देवेंद्र सिंह, महेश दुबे, कमल सिंह ठाकुर, मनोज श्रीवास, प्रकाश बहरानी, संत कुमार नेताम राकेश शर्मा, समीर अहमद, विजय वर्मा, अनिल गुलहरे, केशव गोरख, दीपक कश्यप, संतोष पीपलवा, नरेश यादव, चंद्रप्रकाश जायसवाल, रशीद बख्श और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे।