‘मृत्यु हमारे करीब, लेकिन कुलपति नहीं आएं…’ भागलपुर में अनशन पर बैठे…


भागलपुर में अनशन पर बैठे छात्र
बिहार के भागलपुर में 50 छात्र छात्राएं पिछले 5 दिनों से आमरण अनशन पर हैं. छात्रों के चेहरे का रंग उतर गया है. स्वास्थ्य इतना बिगड़ गया है कि डॉक्टर को जांच करना पड़ रहा है लेकिन कुलपति हैं कि अपनी जिद पर अड़े हैं. सभी छात्र हाथ जोड़कर VC साहब से विनती कर रही है गलती हमसे हुई है प्रोफेसर से नहीं कृपया देव सर को वापस ले आइये. छात्र-छात्राएं यह कह रहें हैं कि हिंदी विभाग तब तक रहेगा बंद जब तक दिव्यानंद वापस नहीं आएंगे.
छात्रों के अनशन का आज पांचवां दिन है, बावजूद इसके कुलपति कि ओर से कोई सुध नहीं ली गई है. छात्र छात्राओं का कहना है हम आमरण अनशन से तभी हटेंगे जब तक सर का तबादला रद्द कर उन्हें वापस नहीं लाया जाएगा नहीं तो यहां से लाश ही जाएगा. अनशन पर 25 छात्राएं और 22 छात्र अनशन पर बैठे हैं. छात्र-छात्राएं 10 फरवरी से ही विभाग में अनशन पर हैं और अपनी मांग को लेकर अड़े हुए हैं.
वीडियो वायरल होने पर हुई कार्रवाई
विश्वविद्यालय की तरफ से इन्हें मनाने के लिए किये गए हर प्रयास अब तक असफल रहे हैं. छात्रों के आक्रोश का सामना भी विवि के पदाधिकारियों को करना पड़ रहा है. हिंदी विभाग के शिक्षक दिव्यानंद का जन्मदिन बच्चों ने तलवार से केक कटवाकर मनवाया था. तलवार से केक काटने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद कुलपति ने जांच कमिटी की तरफ से जांच के आदेश दिए. कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षक दिव्यानंद का ट्रांसफ़र कर दिया गया, जिसके विरोध में छात्र छात्राएं अनशन पर बैठ गए हैं.
ट्रासंफर रद्द करने की मांग
छात्र छात्राओं की मांग है कि शिक्षक दिव्यानंद का तबादला रद्द किया जाए. उन्हें नवगछिया अनुमंडल के नारायणपुर स्थित जेपी कॉलेज भेजा गया है. विभाग में तलवार से केक काटने और विद्यार्थियों के साथ ठुमका लगाने के मामले में गठित कमेटी की अनुशंसा पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह कार्रवाई की है.