2019 में किसानों की आ गई थी मौज, पीयूष गोयल ने ये किए थे ऐलान | What announcement for…
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के अंतरिम बजट को देश का हर किसान याद करता है. उस अंतरिम बजट को पीयूष गोयल ने पेश किया था. उस बजट में पीयूष गोयल ने किसानों के लिए ऐसे—ऐसे ऐलान किए थे, जो आज तक नहीं हुए. फिर चाहे पीएम किसान योजना हो. या फिर दूसरे तरह के किसान हों. इस बार भी किसानों की आय को बढ़ाने के लिए बड़े ऐलान हो सकते हैं. खासकर पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त में इजाफा किया जा सकता है. तो आइए साल 2019 के उस बजट में किसानों को लेकर हुई घोषणाओं को जानते हैं और समझने की कोशिश करते हैं…
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि
किसानों के बैंक अकाउंट में डायरेक्ट ट्रांसफर की पहली योजना थी, जो मोदी सरकार अपने पहले अंतरिम बजट में लेकर आई थी. जिसकी शुरुआत 24 फरवरी 2019 को की गई थी. इस योजना के तहत हर साल तीन समान किस्तों में कुल 6 हजार रुपए दिए जाते हैं. इस योजना से करीब 12 करोड़ किसानों को फायदा होता है. अब तक सरकार कई लाख करोड़ रुपए बांट चुकी है. सरकार अंतरिम बजट में किस्त के रुपयों को बढ़ा सकती है. जानकारों की मानें तो इस किस्त को 2000 रुपए की जगह 3 से 4 हजार रुपए कर सकती है. इसका मतलब है कि सरकार ओर से सालाना किसानों को 9 से 12 हजार रुपए दिए जा सकते हैं.
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मत्स्य पालन पर घोषणा
साल 2019 के चुनाव में किसानों के लिए मत्स्य पालन को लेकर भी काफी घोषणा की थी. सरकार ने एक अलग मत्स्य पालन विभाग बनाने का फैसला लिया था. सरकार ने 2019 के अंतरिम बजट में कहा था कि अलग विभाग बनाने से इसमें 7 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिल सकती है. इस सेक्टर पर करीब 1.45 करोड़ लोगों की आजीविका निर्भर है. वित्त मंत्री ने किसानों को 2 फीसदी ब्याज छूट देने की घोषणा की थी. पशुपालन और मत्स्य पालन करने वाले जो लोग किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेते हैं और समय पर लोन चुकाएंगे उन्हें 3 फीसदी की एक्स्ट्रा छूट देने का भी ऐलान हुआ था. साल 2019 के अंतरिम बजट में चालू वित्त वर्ष के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन को 750 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया गया था. साथ ही “राष्ट्रीय कामधेनु आयोग” की स्थापना की घोषणा की गई.