SAU में वेज नॉनवेज पर विवाद! यूनिवर्सिटी में खाने पर क्या है कहता UGC?


प्रतीकात्मक तस्वीरImage Credit source: Meta AI
नई दिल्ली में स्थित साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में 26 फरवरी को उस वक्त बवाल मच गया था जब महाशिवरात्रि के दिन मेस में नॉनवेज परोसने को लेकर बवाल मच गया है. नॉनवेज परोसे जाने के बाद कथित तौर पर यूनिवर्सिटी के अंदर ही दो ग्रुपों में झड़प हो गई. इसके बाद सियासत गरमा गई है. वहीं आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर कॉलेज मेस में खाने-पीने की चीजों पर यूजीसी के नियम क्या कहते हैं?
पिछले साल जुलाई महीने में यूजीसी ने एक गाइडलाइन जारी की थी जिसमें साफ तौर पर यूनिवर्सिटीज और कॉलेज के मेस और कैंटीन में क्या-क्या मिलना चाहिए ये बताया गया था. एडवायजरी के दौरान यूजीसी ने आईसीएमआर का हवाला दिया था. इस एडवायजरी में यूजीसी ने सस्थानों के कैंटीन में मिलने वाले जंक फूड पर रोक लगाने की बात कही थी. एडवायजरी में यूजीसी ने यूनिवर्सिटीज को कैंटीन में जंक फूड की बिक्री पर रोक लगाने को कहा गया था.
यूजीसी ने एडवायजरी में कहा था कि जंक फूड की जगह कैंटीनों में हेल्दी आइटम बढ़ाने पर ध्यान देने को कहा था. आईसीएमआर की रिपोर्ट में बताया गया था कि भारत में मोटापा और मधुमेह यानी शुगर की बीमारी बहुत बड़ी समस्या के रूप में सामने आई है. इसलिए यूजीसी ने देश के स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए हेल्दी खाने पर ध्यान देने को कहा था. बता दें कि इससे पहले 2016 और 2018 में भी यूजीसी की तरफ से इस तरह की एडवायजरी जारी की गई थी.
क्या है साउथ एशियन यूनिवर्सिटी का मामला
2010 में नई दिल्ली में साउथ एशियन यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई थी, इस यूनिवर्सिटी को साउथ एशियाई देशों में शिक्षा व्यवहार को बढ़ाना देने के लिए बनाया गया था. इस यूनिवर्सिटी में कई देशों के छात्र पढ़ाई करते हैं. इस यूनिवर्सिटी को शुरू करने का प्रस्ताव ढाका में 2005 में हुए 13वें शिखर सम्मेलन में रखा गया था. इसी यूनिवर्सिटी की मेस में शिवरात्रि के दिन खाने के साथ नॉनवेज खाना भी दिया गया. जिससे छात्रों का एक गुट बिफर गया इसी वजह से दो गुटों के बीच कथित झड़प हो गई. इस यूनिवर्सिटी में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका समेत शार्क देशों के छात्र भी पढ़ते हैं.