1500 साल पुराने कंकाल का खुला राज, जंजीरों में दफन इस इंसान की आखिर क्या थी मजबूरी


इजरायल में मिला था महिला का कंकाल Image Credit source: pixabay
इतिहास जितना ज्यादा अजीब होता है उतना ही ज्यादा दिलचस्प भी होता है. जिसकी परते जब खुलती है तो वो लोगों को अपनी राय बदलने पर मजबूर कर देती है. ऐसे कई किस्से अब तक हमारे सामने आ चुके हैं, जिसने हमारी सोच को पूरी तरीके से बदल दिया है. इसी तरह का एक किस्सा इन दिनों भी सामने आया है. जहां 3 साल पहले 1500 साल पुराना एक कंकाल मिला जो जंजीरों से बुरी तरह जकड़ा हुआ था और इसको देखने के बाद वैज्ञानिक हैरान रह गए.
इस कंकाल को देखते ही वैज्ञानिकों ने मान लिया था कि ये किसी पुरुष का कंकाल है. हालांकि इसको लेकर अब जो बातें दुनिया के सामने आई है, उससे लोगों की सोच पूरी तरीके से बदल चुकी है. हैरानी की बात तो तब हुई जब उन्होंने कंकाल की जांच में पाया कि कंकाल किसी पुरुष का नहीं बल्कि महिला का है और ये जो उसके शरीर पर जंजीर मिले वो कोई उसे सजा नहीं उसने ये जंजीर खुद ही पहनी थी.
क्यों करती थी महिलाएं ऐसा?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये त्याग और तपस्या का एक तरीका था. इसको लेकर इतिहासकार बताते हैं कि ईसाई धर्म अपनाने के बाद रोमन साम्राज्य में महिलाएं तपस्वी जीवन के लिए ऐसा ही कुछ करती थी और चौथी सदी में इस प्रकिया में कुछ इसमें खास इजाफा देखने को मिला था. इतिहासकार बताते हैं कि लोग जीवन के अंतिम समय में खाना-पीना छोड़कर उपवास रखते थे और तमाम तरह के शारीरिक सुखों का त्याग कर देते थे. ऐसा करने पर उन्हें ऐसा लगता था कि मृत्यु के बाद उन्हें भगवान अपने पास बुला लेंगे. सीधे शब्दों में कहे तो लोग इसे मोक्ष पाने का एक रास्ता मानते थे.
इस मुद्दे को लेकर द जर्नल ऑफ आर्कियोलॉजिकल साइंस में छपी रिपोर्ट के माने तो इस तरह से खुद को जंजीरों में बांधने की परंपरा को पहले पुरुष अपनाते थे और इसके बारे में कई दस्तावेजों में लिखा भी गया है. जिसके बाद इस परंपरा को महिलाएं भी अपनाने लगी. फिलहाल अगर इस कंकाल की बात की जाए तो शोधकर्ताओं ने बताया कि इस महिला को जंजीरों में बहुत ही सम्मान क साथ दफनाया गया था. जो अब के लोगों को काफी ज्यादा हैरान कर रही है.