IIT दिल्ली के छात्र न्यूजीलैंड में कर सकेंगे वर्चुअल इंटर्नशिप, पीएम क्रिस्टोफर…


आईआईटी दिल्ली (फाइल)
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने आईआईटी दिल्ली में एक खास कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसमें दोनों देशों के बीच शिक्षा के क्षेत्र में मजबूत रिश्तों को बढ़ाने की बात की गई. इस कार्यक्रम में न्यूजीलैंड सेंटर की सराहना की गई और तय हुआ कि न्यूजीलैंड की सभी यूनिवर्सिटी को आईआईटी दिल्ली के साथ काम करने का मौका दिया जाएगा.
कार्यक्रम में न्यूजीलैंड एक्सीलेंस अवॉर्ड्स (NZEA) 2025 के तहत NZ$ 2,60,000 (करीब 1.3 करोड़ रुपये) की स्कॉलरशिप का ऐलान किया गया. इसका मकसद भारतीय छात्रों को बेहतर पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद देना है. इससे छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा. यह स्कॉलरशिप उन छात्रों के लिए फायदेमंद होगी जो न्यूजीलैंड की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई करना चाहते हैं.
वर्चुअल इंटर्नशिप प्रोग्राम
आईआईटी दिल्ली के 30 छात्रों को न्यूजीलैंड की कंपनियों के साथ वर्चुअल इंटर्नशिप करने का मौका मिलेगा. इससे वे अलग-अलग उद्योगों के कामकाज को समझ सकेंगे और न्यूजीलैंड के वर्क कल्चर का अनुभव ले सकेंगे. यह इंटर्नशिप छात्रों के प्रोफेशनल करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करेगी.
संयुक्त रिसर्च प्रोजेक्ट
न्यूजीलैंड और भारत के बीच कई रिसर्च प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, पर्यावरण बचाव, डिजास्टर मैनेजमेंट और एडवांस्ड इंजीनियरिंग शामिल हैं. खासतौर पर, यूनिवर्सिटी ऑफ कैंटरबरी और आईआईटी दिल्ली के छात्रों ने मिलकर जलवायु परिवर्तन पर काम किया है, जिससे पर्यावरण बचाने में मदद मिलेगी.
इस तरह की साझेदारियों से दोनों देशों के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को एक साथ काम करने का अवसर मिलेगा, जिससे नई तकनीकों का विकास संभव होगा.
आगे की योजनाएं
दोनों देशों के संस्थान जल्द ही कई समझौतों (MoUs) पर साइन करेंगे. इसके तहत छात्रों को एक-दूसरे के देश में पढ़ने, रिसर्च करने और नए अनुभव हासिल करने का मौका मिलेगा. इसके अलावा, फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम भी शुरू किए जाएंगे, जिससे शिक्षकों को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुभव प्राप्त होगा. इससे दोनों देशों के शिक्षा क्षेत्र को और अधिक मजबूती मिलेगी.
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री की बात
प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने कहा, “भारत और न्यूजीलैंड के बीच शिक्षा के क्षेत्र में गहरी दोस्ती है. आज जो योजनाएं घोषित की गई हैं, वे छात्रों को वैश्विक स्तर पर सफलता पाने में मदद करेंगी और नए इनोवेटर्स को आगे लाने में सहायक होंगी.” उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा और रिसर्च के क्षेत्र में यह सहयोग दोनों देशों को अधिक प्रभावशाली बनाएगा.
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