ऑनलाइन ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, तीन…- भारत संपर्क

बिलासपुर। रेंज साइबर थाना बिलासपुर ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन फाइनेंशियल फ्रॉड करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई आईजी डॉ. संजीव शुक्ला (भा.पु.से.) और एसपी रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के निर्देशन में की गई।
ऐसे फंसाया ठगी के जाल में

ठगों ने व्हाट्सएप के जरिए शिक्षक सौरभ साहू को पार्ट-टाइम ऑनलाइन जॉब का झांसा दिया और उन्हें हेल्सबर्ग नामक वेबसाइट में निवेश करने के लिए राजी कर लिया। अधिक मुनाफे का लालच देकर उनसे 48,91,061 रुपये ठग लिए।
तकनीकी जांच और आरोपियों तक पहुंच
जांच के दौरान पता चला कि ठगों ने बायनेंस ऐप, फर्जी सिम कार्ड और फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल किया। गिरोह ऑनलाइन गेमिंग, ट्रेडिंग, वर्क फ्रॉम होम, बीमा पॉलिसी और डिजिटल अरेस्ट जैसे झूठे ऑफर देकर लोगों से ठगी करता था। आरोपियों ने 99 दिनों में 15 करोड़ रुपये से अधिक की राशि को क्रिप्टोकरेंसी और यूएसडीटी में बदल दिया।
भिवंडी से हुई गिरफ्तारी

तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर साइबर थाना बिलासपुर की विशेष टीम महाराष्ट्र के भिवंडी, जिला ठाणे पहुंची। तीन दिनों की लगातार जांच के बाद शाकिब अंसारी (27 वर्ष), अंसारी मेराज मोहम्मद अकरम (20 वर्ष) और अंसारी फुजैल अहमद (21 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया।
फर्जी बैंक खाते और सिम कार्ड का जाल
आरोपियों ने बताया कि वे 100 से अधिक बैंक खाते 50 लाख रुपये में खरीदकर ठगी के लिए इस्तेमाल करते थे। फर्जी सिम कार्ड झारखंड, उड़ीसा और बिहार से मंगाए जाते थे।
गिरफ्तारी के दौरान जब्त सामग्रियां
गिरफ्तार आरोपियों के पास से
- 11 मोबाइल फोन
- 12 सिम कार्ड
- सोने-चांदी के बिल
- बैंक पासबुक और एटीएम कार्ड
- 65 लाख रुपये में खरीदी गई जमीन के दस्तावेज
जब्त किए गए हैं।
आगे की जांच जारी
आरोपियों का पुलिस रिमांड लिया गया है और उनसे गिरोह के अन्य सदस्यों व ठगी की गई रकम की जानकारी ली जा रही है।
इस बड़ी कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र जायसवाल, अनुज कुमार, डीएसपी निमितेश सिंह और प्रभारी रेंज साइबर थाना निरीक्षक विजय चौधरी के नेतृत्व में उपनिरीक्षक अजय वारे, एएसआई सुरेश पाठक, प्रधान आरक्षक विक्कू सिंह, सैयद साजिद, आरक्षक दीपक कौशिक और विजेंद्र मरकाम का विशेष योगदान रहा।
साइबर पुलिस की अपील:
अगर आपको ऑनलाइन जॉब, इन्वेस्टमेंट, गेमिंग या बीमा पॉलिसी के नाम पर पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा जाए, तो सतर्क रहें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।
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