सैनिकों की मौत का बदला! अमेरिका ने इराक सीरिया में किए ताबड़तोड़ हवाई हमले, 85… – भारत संपर्क
अमेरिका ने इराक-सीरिया में किए ताबड़तोड़ हमले
अपने सैनिकों की मौत का बदला लेने के लिए अमेरिका ने इराक और सीरिया पर जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है. अमेरिका ने शुक्रवार को ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड (IRGC) और उसके समर्थित मिलिशिया ग्रुप से जुड़े 85 से अधिक ठिकानों पर हवाई हमले किए. अमेरिकी सेना ने खासकर ईरान की कुद्स फोर्स को निशाना बनाया. राष्ट्रपति जो बाइडेन के आदेश के बाद अमेरिकी सेना ने ईरानी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है.
बता दें कि जार्डन में हुए आतंकी हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी. इसके बाद अमेरिका ने इराक और सीरिया से ईरान की कुद्स फोर्स और उसके ठिकाने को जड़ से खत्म करने का मन बना लिया था. अमेरिका ने पहले ही कहा था कि वह सैन्य ऑपरेशन शुरू करने जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी इसकी अनुमति दे दी थी.
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❗🇺🇸⚔️🇮🇶🇸🇾🇮🇷 – More visuals of the earlier US strikes.
US President Joe Biden says the response to the killing of US troops began tonight and will continue at times and places of our choosing. pic.twitter.com/mEUJfrU3ZD
— 🔥🗞The Informant (@theinformantofc) February 2, 2024
शुक्रवार को अमेरिकी सेना ने जवाबी कार्रवाई कर इसका बदला ले लिया. सीरियाई मीडिया ने कहा कि इस हमले कई लोग हताहत हुए हैं, जबकि कई घायल हुए हैं. हालांकि, उसने कोई आंकड़े नहीं बताए. बताया जा रहा है कि ये हमले पिछले हफ्ते ईरान समर्थित आतंकियों द्वारा किए गए हमले के बदले की कार्रवाई है. अमेरिकी सेना ने कहा कि हमने 125 हथियारों के साथ 85 ठिकानों को निशाना बनाया.
किसी अमेरिकी का नुकसान बर्दाश्त नहीं- बाइडेन
इराक और सीरिया में अमेरिकी हमलों के बाद जो बाइडेन ने कहा कि अगर आप किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाएंगे तो हम इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, हमारी प्रतिक्रिया आज शुरू हुई और यह जारी रहेगी. बाइडेन ने कहा कि अमेरिका मध्य पूर्व या दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता है लेकिन जो लोग हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं उन्हें यह जान लेना चाहिए कि अगर आप किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाएंगे तो हम भी इसका जवाब देंगे.
ड्रोन हमले में मारे गए थे 3 अमेरिकी सैनिक
बता दें कि पिछले रविवार को सीरिया के पास जॉर्डन में अमेरिकी सैन्य अड्डे पर एक ड्रोन हमले में तीन सैनिक मारे गए थे और 40 घायल हो गए थे. इसके बाद अमेरिका ने ईरान के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी. अमेरिका ने इस हमले के लिए ईरान समर्थित मिलिशिया ग्रुपों को जिम्मेदार ठहराया था. अमेरिका ने सीरिया और इराक में स्थित ईरानी ठिकानों को जड़ से खत्म करने का फैसला किया था.
इजराइल-हमास के बीच चल रहे युद्ध का असर
बता दें कि इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध का असर पश्चिम एशिया और मध्यपूर्व पर दिखना शुरू हो गया है. इस युद्ध में अमेरिका को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. इजराइल और हमास की जंग पिछले साल 7 अक्टूबर को शुरू हुई थी, जो आज तलक जारी है और आगे कब तक जारी रहेगी, यह कहना मुश्किल है.