क्या ईरान को लग गई थी अमेरिकी हमले की भनक? छिपा दिए थे हथियार | america attack on… – भारत संपर्क
अमेरिका-ईरान
जॉर्डन में अमेरिकी सैन्य चौकी पर ईरान के आतंकी समूहों द्वारा किए गए ड्रोन हमलों में अमेरिका के तीन सैनिकों की मौत के बाद अमेरिका सख्त रुख अपनाए हुए है. अमेरिका ने इराक और सीरिया के खिलाफ एक्शन लेते हुए उनके आतंकी समूहों पर हमला किया है. अमेरिका इराक और सीरिया से ईरान की कुद्स फोर्स और उसके ठिकाने को जड़ से खत्म करना चाहता है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ तौर पर कह दिया है कि अगर कोई अमेरिकी नागरिक को नुकसान पहुंचाएगा तो अमेरिका उसे मुंहतोड़ जवाब देगा.
वहीं खबर है कि अमेरिकी हमले की जानकारी पहले से ही ईरानी सेना समर्थित गुटों को थी. उन्होंने पहले से ही हमले से बचाव की तैयारी कर रखी थी. बताया जा रहा है कि अमेरिकी विमान जब हमले के लिए उड़े थे तो IRGC को इस बारे में पता था. जिसके चलते ईरानी गुटों ने बड़े पैमाने पर अपने हथियारों को अलग अलग जगहों पर छिपा दिया था.
अमेरिका ने IRGC के 85 ठिकानों को बनाया निशाना
अमेरिकी लड़ाकू एवं बमवर्षक विमानों ने भारतीय समय के मुताबिक रात करीब 2:30 बजे इराक और सीरिया पर हमला किया और IRGC के ठिकानों को निशाना बनाया. इस दौरान अमेरिका ने 125 मिसाइलों के साथ ही दूसरे विध्वंसक हथियारों से IRGC के करीब 85 ठिकानों को पूरी तरह से तबाह कर दिया.
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अमेरिका का दावा है कि उसके हमले में ईरानी मिलिशिया के कमांड और कंट्रोल सेंटर, खुफिया हेडक्वार्टर, और ड्रोन के अड्डे तबाह हो गए हैं. फिलहाल इराक और सीरिया में अमेरिकी हमले में हुए नुकसान का लिया जा रहा है. दरअसल जॉर्डन में अमेरिकी सैन्य चौकी पर ईरान के आतंकी समूहों द्वारा ड्रोन हमला किया गया था. इस हमले में अमेरिका के तीन सैनिकों की मौत हो गई थी वहीं 34 सैनिक जख्मी हो गए थे. जिसके बाद अमेरिका ने बदला लेते हुए ये कार्रवाई की. बताया जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर हमले का भारी दबाव था.
एक साथ चार न्यूक्लियर पावर प्लांट बना रहा ईरान
वहीं दूसरी तरफ खबर है कि ईरान होर्मुज की खाड़ी के पास एक साथ चार न्यूक्लियर पावर प्लांट बना रहा है. ईरान का दावा है कि इन पावर प्लांट में 5000 मेगावाट बिजली पैदा करने की होगी क्षमता. ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को अब न्यूक्लियर पावर प्लांट के तौर प्रोजेक्ट कर रहा है. वहीं पश्चिमी देशों को संदेह है कि ईरान परमाणु हथियार हासिल कर रहा है.