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गर्मी बढ़ते ही गला तर करने शीतल पेय पदार्थों की बढ़ी मांग, मिट्टी के घड़े का बाजार गर्माया, जमकर हो रही खरीदी
कोरबा। मौसम साफ होते ही पारा का तेवर चढऩा शुरू हो गया है। पिछले दो दिनों से तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है। अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। ऐसे में गला तर करने शीतल पेय पदार्थों की दुकानों में भीड़ जुट रही है। मटके का बाजार भी गर्म हो गया है। तापमान में वृद्धि होने से दोपहर में घर से निकलना मुश्किल हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले कुछ दिनों से पश्चिमी विक्षोभ का असर सरगुजा संभाग में देखा जा रहा था।आसमान में बादलों की सक्रियता के कारण तेज धूप व लू से लोगों को राहत थी। हल्की बूंदा बांदी के आसार बने हुए थे। वहीं मौसम साफ होते ही एक बार फिर तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है। दोपहर में लू जैसी स्थिति निर्मित रही। लोग घरों से निकलना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। दोपहर में शहर की सडक़ों पर सन्नाटा पसरा रहा।बढ़ती गर्मी के कारण पेय पदार्थों की मांग बढ़ी है। जगह-जगह शीतल पेय पदार्थों की दुकानें लगीं हैं। लोगों के बीच गन्ने का रस, नीबू पानी, छांछ, लस्सी व अन्य शीतल पेय पदार्थों की मांग बढ़ी हुई है। लोग शहर में निकलने के बाद पेय पदार्थों से गला तर कर रहे हैं। वहीं शहर में अब तक किसी भी सार्वजनिक स्थान पर प्याऊ की व्यवस्था अब तक नहीं की गई है। लोग ठंडे पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं।मौसम विभाग का मानना है कि मार्च महीने के अंतिम व अप्रैल महीने के शुरूआत में पश्चिमी विक्षोभ के असर के कारण तापमान में गिरावट आई थी। अब मौसम साफ हो गया है। अब धीरे-धीरे तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है। आने वाले दिनों में अधिकतम व न्यूतनतम मापमान में और वृद्धि दर्ज की जाएगी। आने वाले दिनों में लू जैसी स्थिति निर्मित हो सकती है।गर्मी में फ्रिज का ठंडा पानी हर घर में उपलब्ध हो, लेकिन देशी फ्रिज (घड़ा) की बात ही अलग है। गर्मी शुरू होते ही लोग मिट्टी के घड़ों की खरीदी करना शुरू कर देते हैं। शहर में जगह-जगह घड़ों की दुकानें लगाई गई हैं। लोग घड़े को काफी काफी पसंद कर रहे हैं। घड़े का शुद्ध ठंडा पानी लोगों को आज भी काफी पसंद आता है।