खरमास का समापन होते ही शादियों की छाई रौनक, बैंड, बाजा सहित…- भारत संपर्क

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खरमास का समापन होते ही शादियों की छाई रौनक, बैंड, बाजा सहित शादीघर हुए एडवांस बुक

 

कोरबा। खरमास का समापन 13 अप्रैल को सूर्य के मेष राशि में गोचर के साथ हो गया है। अब फिर से शहनाइयां बजेंगी और शादी-विवाह के कार्यक्रम फिर से आरंभ हो जाएंगे। होली के बाद खरमास 14 मार्च से आरंभ हुआ था। अब पूरे एक महीने के अंतराल के बाद खरमास का समापन हो गया और फिर से शुभ कार्य आरंभ हो जाएंगे।खरमास खत्म होते ही बेटा बेटी की शादी की तैयारियों में लग गए हैं। मंडप, कैटरिंग और पंडित पहले से बुक कर लिए हैं। वहीं शादी हॉल संचालक बताते हैं कि 14 अप्रैल से शादी सीजन शुरू होते ही बुकिंग बढ़ गई है। अक्षय तृतीया के दिन तो पहले ही पूरा स्लॉट फुल हो चुका है।विवाह मुहूर्त की जानकारी देते हुए पंडितों ने बताया कि 14 अप्रैल को शुभारंभ, 16 अप्रैल को अच्छा मुहूर्त, 18 से 21 अप्रैल को विवाह का सिलसिला, 25, 29 अप्रैल को उत्तम तिथियां एवं 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया रहने के कारण विवाह मुहूर्त है।13 अप्रैल को खरमास का समापन होते ही पूरे जिले में एक बार फिर से शुभ कार्यों का सिलसिला शुरू हो गया है। 14 अप्रैल को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश के साथ ही मेष संक्रांति का आगमन हो गया है। इसी के साथ जिलेभर में शादियों, गृह प्रवेश और मांगलिक कार्यों की धूम शुरू हो गई है। आचार्य ने बताया कि खरमास के दौरान ग्रहों की नकारात्मकता बढ़ जाती है, जिससे शुभ कार्यों में बाधा मानी जाती है। लेकिन सूर्य जैसे ही उच्च राशि में प्रवेश करते हैं, सकारात्मक ऊर्जा प्रभावी हो जाती है और मांगलिक कार्यों के लिए अनुकूल समय प्रारंभ हो जाता है।

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Arvind Rathore


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