Online Fraud: सोफा बेचने के चक्कर में गंवाए 5.22 लाख, स्कैमर से ऐसे रचा पूरा… – भारत संपर्क


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आप भी अगर घर का पुराना सामान ऑनलाइन बेचते हैं तो सावधान हो जाएं, हाल ही में ओडिशा में रहने वाला एक 21 वर्षीय इंजीनियर साइबर फ्रॉड का शिकार हुआ है. स्कैमर ने कैसे इस इंजीनियर को जाल में फंसाया और किस तरह से अकाउंट को खाली किया? हम आपको इस बात की जानकारी देने वाले हैं ताकि इस पूरे मामले को जानने के बाद आप इस तरह की गलती न करें और पहले से ज्यादा सचेत हो जाएं.
क्या है मामला?
ऑनलाइन पुराना सोफा बेचने के लिए इंजीनियर ने ऑनलाइन एड को पोस्ट किया, स्कैमर ने एड देखते ही सोफे में रुचि दिखाते हुए इंजीनियर से संपर्क किया. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, Subhra Jena नाम के इस इंजीनियर ने 8 मई को 10 हजार रुपए में सोफा बेचने के लिए ऑनलाइन एड पोस्ट किया था.
एड पोस्ट करने के बाद स्कैमर ने सुभ्रा को कॉल किया और खुद को फर्नीचर डीलर राकेश कुमार शर्मा बताया. कॉल करने के बाद इस स्कैमर ने फर्नीचर को खरीदने के लिए दिलचस्पी दिखाई और दोनों के बीच 8000 रुपए में सोफे की डील हुई. पेमेंट करने के लिए स्कैमर ने सुभ्रा से बैंक डिटेल्स मांगी, शुरुआत में तो सब ठीक लग रहा था लेकिन स्कैमर द्वारा की गई पेमेंट फेल हो गई जिसके बाद स्कैमर ने सुभ्रा को अपनी मां के बैंक डिटेल्स भेजने के लिए कहा.
यहां सुभ्रा से चूक हुई क्योंकि सुभ्रा को समझ जाना चाहिए था कि कुछ तो गड़बड़ है लेकिन सुभ्रा ने स्कैमर को डिटेल्स शेयर कर दी. इसके बाद स्कैमर ने सुभ्रा की मां और सुभ्रा के बैंक अकाउंट से पैसा निकलना शुरू किया. 10 मई को स्कैमर ने सुभ्रा को बताया कि सुभ्रा के खाते से 5.22 लाख रुपए गलत तरीके से डेबिट हो गए हैं, इस पैसे को स्कैमर ने वापस देने का वादा भी किया.
स्कैमर पैसे देने नहीं आया और उसके बाद स्कैमर का नंबर भी बंद हो गया. इसके बाद सुभ्रा और सुभ्रा की मां ने बैंक अकाउंट चेक किया तो पता चला कि अकाउंट से 5 लाख 21 हजार 519 रुपए निकाल लिए गए थे. बैंक अकाउंट चेक करने के तुरंत बाद सुभ्रा ने पुलिस स्टेशन जाकर साइबर डिपार्टमेंट में शिकायत दर्ज कराई.
स्कैमर से कैसे बचें?
- अनजान व्यक्ति के साथ बैंक अकाउंट डिटेल्स, यूपीआई पिन, ओटीपी शेयर करने की गलती न करें.
- किसी भी व्यक्ति के साथ डील करने से पहले उस व्यक्ति की आइडेंडिटी वेरिफाई करें, इसके बाद ही कोई वित्तीय लेन-देन करें.