इंटरसेप्टर वाहन ने बनाए 10 हजार से अधिक चालान, 80 लाख से…- भारत संपर्क



बिलासपुर, 18 मई 2025 — यातायात पुलिस बिलासपुर द्वारा सड़क सुरक्षा और नियम पालन को सुनिश्चित करने के लिए लगातार सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह के दिशा-निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) श्री रामगोपाल करियारे के नेतृत्व में इंटरसेप्टर वाहन के माध्यम से अब तक 10,000 से अधिक प्रकरण बनाते हुए 80 लाख रुपये से अधिक का समन शुल्क जारी किया गया है।

इंटरसेप्टर वाहन की बहुआयामी भूमिका:
“इंटरसेप्टर – एक, काम अनेक” सिद्धांत पर आधारित इस अत्याधुनिक वाहन में स्पीड राडार गन, स्पीडोमीटर, ब्रीथ एनालाइज़र, प्रकाश तीव्रता मापक, कांच की पारदर्शिता जांचने वाला उपकरण, और ध्वनि विस्तारक मापक जैसी तकनीकें शामिल हैं, जो सड़क पर नियम तोड़ने वाले चालकों पर सटीक कार्रवाई सुनिश्चित करती हैं।
तेज रफ्तार पर सीधी कार्रवाई:
नेशनल और स्टेट हाईवे समेत जिले की सभी सड़कों पर इंटरसेप्टर की टीम लगातार निगरानी कर रही है। तय गति सीमा से अधिक वाहन चलाने पर मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 112/183(1) के तहत 1000 रुपये का चालान ऑनलाइन जारी किया जाता है।

नशे में ड्राइविंग पर कठोरता:
ब्रीथ एनालाइज़र और एल्कोमीटर के जरिए शराब सेवन कर वाहन चलाने वालों पर MV Act की धारा 185 के तहत चालान किया जा रहा है, जिसमें 10,000 से 20,000 रुपये तक का जुर्माना और लाइसेंस निलंबन की प्रक्रिया शामिल है।
मॉडिफाइड लाइट व साउंड पर भी कार्रवाई:
मॉडिफाइड तेज लाइट और प्रेशर हॉर्न लगाने वाले वाहन चालकों पर धारा 108 और 119(2)/177 के तहत कार्रवाई करते हुए 2000 और 300 रुपये तक के चालान काटे जा रहे हैं। साथ ही, मौके पर ही अवैध उपकरण निकलवाए जा रहे हैं।
ब्लैक फिल्म पर प्रतिबंध:
गाड़ियों में कांच पर काली फिल्म चढ़ाने वालों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। MV Act की धारा 100/177 के तहत 2000 रुपये का चालान काटा जा रहा है, और ब्लैक फिल्म तत्काल हटवाई जा रही है।
जनहित में संदेश:
यातायात पुलिस ने स्पष्ट किया है कि चाहे दोपहिया हो या चारपहिया, सभी वाहनों पर इंटरसेप्टर की पैनी नजर है। किसी भी समय, किसी भी स्थान पर नियम उल्लंघन करने वाले को चालान मोबाइल पर मिल सकता है। नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना और लाइसेंस निलंबन तय है।

यातायात पुलिस बिलासपुर आम नागरिकों से अपील करती है कि सड़क सुरक्षा को लेकर सजग रहें, ट्रैफिक नियमों का पालन करें और अपने साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दें। अन्यथा, “तीसरी आंख” से बचना नामुमकिन है।
Post Views: 12
