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कोरबा की खदानों की बदौलत एसईसीएल को एक्सीलेंट रेटिंग, अधिकारियों को न्यूनतम ढाई से अधिकतम 15 लाख रुपए तक पीआरपी मिलने की उम्मीद
कोरबा। कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों की वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए परफॉर्मेंस रेटिंग जारी हो गई है। एसईसीएल ने 90.86 प्रतिशत अंक के साथ एक्सीलेंट रेटिंग हासिल की है। जिससे अधिकारियों को बंपर पीआरपी (परफॉर्मेंस रिलेटेड-पे) मिलने की उम्मीद है। एसईसीएल की एक्सीलेंट रेटिंग में कोरबा के खदानों की अहम भूमिका रही है। कंपनी का सर्वाधिक कोयला जिले की खदानों से उत्पादन किया जाता है। लगभग 85 फीसदी से अधिक कोयला कोरबा की मेगा परियोजनाओं से उत्पादन होता है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में भी कोरबा की खदानों से बेहतर कोयला उत्पादन हुआ था। जिसका परिणाम एक्सीलेंट रेटिंग के रूप में मिला है। खास बात यह है कि ईसीएल छोड़कर सभी अनुषंगी कंपनियों की रेटिंग एक्सीलेंट है। पहले नंबर पर सीएमपीडीआईएल और दूसरे नंबर पर बीसीसीएल है। जबकि एसईसीएल आठवें पायदान पर है। डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक इंटरप्राइजेज की ओर से जारी एमओयू रेटिंग में कोल इंडिया को एक्सीलेंट मिला है। यानी वित्तीय वर्ष-2023-24 में कोयला अधिकारियों को बंपर पीआरपी मिलने के संकेत हैं। कोयला अधिकारियों के पीआरपी में कोल इंडिया और अनुषंगी कंपनियों की रेटिंग का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसके अलावा अन्य फैक्टर भी हैं, जो पीआरपी के निर्धारण में सहायक होते हैं। संकेतों के अनुसार 2022-23 में कोल इंडिया की डीपीई रेटिंग वैरी गुड था। यानी 2023-24 में कम-से-कम 10 प्रतिशत ज्यादा पीआरपी मिलने की संभावना है। एक्सीलेंट रेटिंग वाली अनुषंगी कोयला कंपनियों के अधिकारियों को न्यूनतम ढाई से 15 लाख रुपए तक पीआरपी मिलने की संभावना है। देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया का परफॉर्मेंस बेहतर हुआ है
यह अलग बात है कि आउटसोर्सिंग कंपनियों की वजह से फिलहाल कोयला उत्पादन का ग्राफ बढ़ा है। कोल इंडिया भूमिगत खदानों से कोयला उत्पादन लगभग बंद कर रखा है। कई भूमिगत खदानों को प्राइवेट प्लेयर्स को दे दिया गया है. कुछ को आगे देने की योजना है। प्रोडक्शन में सुधार से कोल इंडिया और उसकी सहायक कंपनियों की रेटिंग भी बढ़ी है और अधिकारी खुश दिख रहे है। डीपीई ने 84 पीएसयू-सीपीएसई यानी सेंट्रल पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेज (सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां) की 2023-24 की डीपीई एमओयू रेटिंग जारी की है, जिनमें कोल इंडिया को एक्सीलेंट दिया गया है। लगभग 37 कंपनियों की डीपीई रेटिंग एक्सीलेंट है। कहा जा सकता है कि कोल इंडिया के अधिकारियों की बल्ले बल्ले रहेगी। कोल इंडिया की सहायक कंपनियों की रेटिंग भी एक्सीलेंट है। सिर्फ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड पिछड़ गई है। ईसीएल की रेटिंग 57.53 है और वह गुड के खाते में आई है। वहीं कोल इंडिया 93.5 एक्सीलेंट, बीसीसीएल 94.83 एक्सीलेंट, सीसीएल 91.17 एक्सीलेंट, एनसीएल 93.04 एक्सीलेंट, डब्ल्यूसीएल 91.82 एक्सीलेंट, एसईसीएल 90.86 एक्सीलेंट, एमसीएल 91.71 एक्सीलेंट और सीएमपीडीआईएल ने 98.00 स्कोर के साथ एक्सीलेंट रेटिंग हासिल की है।