NEET UG 2025 Result: AIIMS दिल्ली में 7 हजार रुपये से कम में करें MBBS, जानें…


एम्स एक्ट 1956 के तहत दिल्ली एम्स को सबसे पहले स्थापित किया गया था
नेशनल एंट्रेंस कम एलिजिबिलिटी टेस्ट (NEET) UG 2025 का रिजल्ट तय कार्यक्रम के अनुसार 14 जून को जारी हो सकता है. इस संबंध में मद्रास हाईकोर्ट ने दाखिल याचिकाओं को खारिज करते हुए एनटीए को रिजल्ट जारी करने को लेकर हरी झंडी दे दी है. इसके बाद देश में MBBS समेत अन्य मेडिकल ग्रेजुएशन की सीटों में दाखिला की दौड़ शुरू हो जाएगी, जिसमें सबकी पहली पंसद एम्स दिल्ली में दाखिला की होती है. इसी कड़ी में आपको बताते हैं कि AIIMS दिल्ली से 7 हजार रुपये से कम खर्च में MBBS किया जा सकता है. इस फीस में हॉस्टल, ट्यूशन फीस शामिल है. साथ ही जानते हैं कि एम्स दिल्ली में कितनी सीटें हैं. नीट यूजी की कितनी रैंकिंंग के आधार पर एम्स दिल्ली में दाखिला लिया जा सकता है. साथ ही जानेंगे कि हॉस्टल फीस कितनी है.
AIIMS दिल्ली में MBBS की फीस कितनी है
एम्स दिल्ली केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन एम्स अधिनियम, 1956 के तहत स्थापित पहला चिकित्सा संस्थान है. एम्स में मेडिकल ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के 43 सब्जेक्ट हैं. मेडिकल ग्रेजुएशन के तहत एम्स दिल्ली में एमबीबीएस की फीस की बात करें तो चयनित अभ्यर्थियों को ट्यूशन फीस के तौर पर पांच साल के 1350 रुपये चुकाने होते हैं. इसके अलावा रजिस्ट्रेशन फीस के लिए 25 रुपये और लैबोरेट्री फीस 90 रुपये है.
एम्स दिल्ली की हॉस्टल फीस कितनी है
एम्स दिल्ली में दाखिला के बाद छात्रों को हॉस्टल सुविधा भी मिलती है, जिसके तहत मामूली राशि हॉस्टल फीस के तौर पर भी चुकानी पड़ती है. एम्स दिल्ली की हॉस्टल फीस की बात करें तो महिला और पुरुष दोनों ही अभ्यर्थियों को पांच साल के लिए हॉस्टल फीस के तौर पर 990 रुपये चुकाने होते हैं. इसके अलावा 500-500 रुपये हॉस्टल और मेस सिक्योरिटी फीस चुकानी होती है, जो रिफंडेबल होती है. इसी तरह अगर एम्स दिल्ली में एमबीबीएस की कुल पांच साल के खर्च की बात करें तो वह 6200 के पास आता है. हालांकि मेस यानी भोजन के लिए अभ्यर्थियों को 3000 से 3500 रुपये प्रति महीने का भुगतान करना होता है.
AIIMS दिल्ली में MBBS की सीटें और आरक्षण
AIIMS दिल्ली में MBBS की कुल 132 सीटें हैं. तो वहीं भारत सरकार की आरक्षण नियामावली के अनुसान इन 132 सीटों में से 55 सीटें अनारक्षित हैं. यानी 55 सीटें सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए हैं, जबकि 32 सीटें ओबीसी, 18 सीटें एससी, 9 एसटी, 11 सीटें सामान्य ईडब्यूएस और 7 सीटें विदेशी नागरिकों के लिए आरक्षित हैं.
99 पर्सेंटाइल नंबर पर AIIMS दिल्ली में दाखिला
एम्स दिल्ली में दाखिला मिलना ही बेहद ही कठिन माना जाता है, इसके लिए अभ्यर्थियों को कठिन मेहनत से गुजरना पड़ता है. मतलब नीट यूजी के टॉपर ही एम्स दिल्ली में दाखिला के लिए पात्र होते हैं. यानी की नीट यूजी में 99 पर्सेंटाइल प्राप्त करने वाले ही एम्स दिल्ली में दाखिला प्राप्त कर सकते हैं. AIIMS दिल्ली में दाखिला के लिए अभ्यर्थियों को 715 से अधिक नंबरों की आवश्यकता होती है.
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