आमिर खान ने जिस फिल्म को बोरिंग बताकर ठुकराया, शाहरुख खान ने उसे चमका दिया – भारत संपर्क


आमिर खान की रिजेक्टेड फिल्म
साल 2004 में डायरेक्टर आशुतोष गोवारिकर ‘स्वदेस’ के नाम से एक फिल्म लेकर आए थे, जिसमें शाहरुख लीड रोल में नजर आए थे. उनका काम लोगों को काफी पसंद आया था. हालांकि, आशुतोष इस फिल्म में शाहरुख से पहले आमिर खान को कास्ट करना चाहते थे. जब उन्होंने आमिर के साथ ‘लगान’ बनाई थी, उसी समय उन्होंने आमिर को ‘स्वदेस’ की कहानी सुनाई थी.
आमिर खान ने खुद बताया है कि जब उन्होंने ‘लगान’ के समय इस फिल्म के बारे में सुना तो वो ये फिल्म करने को तैयार थे. फिर स्क्रिप्ट पर काम शुरू हुआ, लेकिन उन्हें ये फिल्म बोरिंग लगी, जिसके बाद उन्होंने ये फिल्म न करने का फैसला किया.
आमिर खान ने क्या बताया?
जूम को दिए इंटरव्यू में जब आमिर से पूछा गया कि उन्होंने ‘स्वदेस’ के लिए मना क्यों किया था? तो उन्होंने कहा, “मुझे बहुत बोरिंग लगी थी. जब हमलोग ‘लगान’ बना रहे थे तो आशु ने मुझे ये कहानी तभी सुनाई थी, उस टाइम पर नाम रखा गया था ‘कावेरी अम्मा’.”
आमिर ने कहा, “जब उसने मुझे कहानी सुनाई थी, तो मुझे काफी पसंद आई थी और हमने फैसला किया था कि ‘लगान’ के बाद यही बनाएंगे. लगान खत्म होने के बाद हमने आशु के साथ राइटर बैठाए. जब कहानी बनकर तैयार हुई, आशु ने मुझे सुनाया, तीन घंटे का नैरेशन था.”
स्क्रिप्ट सुनकर बोर हो गए थे आमिर
आमिर ने ये भी कहा कि जब स्क्रिप्ट सुनने के बाद आशुतोष गोवारिकर ने उनसे उनका रिएक्शन पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं बोर हो गया हूं. आमिर ने गोवारिकर को ये भी कहा था, “तेरी सोच कितनी भी अच्छी है, तू जो कहना चाह रहा है, वो बहुत सही चीज है और बहुत अच्छी चीज है, बहुत जरूरी चीज भी है, लेकिन इतने बोरिंग तरीके से कहेगा तो मुझे मजा नहीं आएगा.”
आमिर ने ये भी बताया कि उन्होंने आशुतोष से कहा था कि उन्हें इसे और भी इंटरेस्टिंग करना है. उसके बाद आमिर ने फिल्म करने से मना कर दिया था. उन्होंने ये भी बताया कि अब तक उन्होंने स्वदेस नहीं देखी है. उन्होंने कहा, “शायद उसने चीजें सही की होंगी, मुझे नहीं पता. शाहरुख का काम उसमें लोगों को खास पसंद आया था, ये मैंने नोट किया था.”
शाहरुख की बेहतरीन फिल्म
बहरहाल, फिल्म में शाहरुख के किरदार का नाम मोहन होता है, जो एक साइंटिस्ट होता है. इस फिल्म में उनका किरदार में एक सादगी थी, जिसने लोगों का दिल जीत लिया था और फिल्म चमक उठी थी. आज भी ‘स्वदेस’ की गिनती शाहरुख के करियर की बेहतरीन फिल्मों में होती है.