निगम की सफाई व्यवस्था की खुली पोल, पहली बारिश में ही पानी…- भारत संपर्क

यूनुस मेमन
रविवार शाम हुई मानसून की पहली बारिश ने ही शहर की जल निकासी व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। कई निचली बस्तियों के साथ बिलासपुर के सबसे बड़े वार्डों में से एक हेमू नगर में भी जगह-जगह जल भराव की स्थिति देखी गई। इस बात की चर्चा इसलिए भी समसामयिक है क्योंकि यह महापौर पूजा विधानी का स्वयं का वार्ड भी है, जिनके पति अशोक विधानी यहां लंबे अरसे से पार्षद रहे हैं। इस वार्ड से भाजपा को हमेशा से मतदाताओं का समर्थन मिला है लेकिन देश में ट्रिपल इंजन की सरकार होने के बावजूद इस वार्ड की स्थिति चिंताजनक है।

रविवार शाम मानसून की पहली बारिश से ही यहां जगह-जगह जल भराव की स्थिति देखी गई ।लोगों के घरों में भी पानी घुसने लगा। दरअसल यहां अवस्थित नालियों के चलते यह स्थिति निर्मित हो रही है । अव्यवहारिक रूप से बनाई गई नालियों में जल प्रवाह नहीं है। साधारण दिनों में तो स्थिति नियंत्रण में रहती है लेकिन बारिश होते ही नालियां लबालब हो गई और फिर कई स्थानों पर नालियों में पानी उलटी दिशा में बहने लगी। उचित जल निकासी न होने से कुछ ही पलों में कई- कई फीट पानी भर गया और फिर यह गंदा पानी घरों में भी घुसने लगा। यह स्थिति हर तरफ देखी गई, चाहे वह महिला प्रशिक्षण गली हो, जीनत ग्रीन विहार, मधुसूदन हाइट्स का इलाका हो या फिर अन्य क्षेत्र । बारिश होते ही पार्षद के पास दनादन फोन आने लगे जो भीगते हुए इन क्षेत्रों के दौरे पर निकल पड़े।

पार्षद के अनुसार वे पिछले काफी दिनों से नालियों की सफाई में जुटे हुए हैं लेकिन नगर निगम से पर्याप्त सफाई कर्मी ना मिलने से सफाई कार्य अधूरा है। वहीं वार्ड में अधिकांश नालियों का निर्माण मापदंड को ताक पर रखकर किया गया है। इसी कारण यहां ना तो नालियों में फ्लो है और ना ही जल निकासी की कोई दिशा तय है। इसलिए बारिश के दिनों में इस बार स्थिति भयावह हो सकती है, क्योंकि अभी तो पूरा बरसात का मौसम शेष है।

सामान्य कुछ देर की बारिश से ही जब हेमू नगर जलमग्न हो गया तो कल्पना की जा सकती है कि आने वाले बरसात के मौसम में यहां की स्थिति किस कदर कष्टकारी होगी। हेमू नगर में भाजपा पार्षद बी बल्लभ राव है तो वहीं यह महापौर पूजा विधानी का भी वार्ड है। इसके बावजूद अगर यहां इस तरह की समस्या हो तो लोगों में नाराजगी स्वाभाविक है।

बातचीत के दौरान स्थानीय लोगों ने कहा कि गर्मी के दौरान वे जल संकट से जूझते रहे और बारिश आते ही जल भराव के दोहरे संकट से उन्हें दो-चार होना पड़ रहा है। इसके लिए उन्होंने समय पर नालियों की सफाई न होने की शिकायत की और कहा कि अव्यवस्थित नालियों के चलते ऐसा पिछले कई सालों से हो रहा है।
हेमूनगर में कुछ निर्दिष्ट क्षेत्र ऐसे हैं जहां यह समस्या विकराल है, अगर बरसात के आरंभ होने से पहले भी इन क्षेत्रों में तात्कालिक व्यवस्था कर दी जाए तो भी राहत की बात होगी। वार्ड पार्षद की माने तो उन्हें सफाई कार्य के लिए रोजाना सफाई कर्मी और श्रमिक नहीं मिलते, जिस कारण से सफाई का लक्ष्य पीछे छूट गया है। हालांकि वे भी वार्ड की स्थिति को लेकर चिंतित है लेकिन निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली के आगे वे बेबस है।


यही स्थिति और भी कई वार्डो में है। शहर का पुराना बस स्टैंड हो या फिर श्रीकांत वर्मा मार्ग ,पहली बारिश में ही यह क्षेत्र भी जल मग्न हो जाते हैं ।
दरअसल बिलासपुर शहर की आकृति कटोरा नुमा होने को इसके पीछे की वजह बताया जाता है, लेकिन समय रहते समुचित व्यवस्था से इस पर काबू भी पाया जा सकता है। अब इसी निदान की दिशा में बढ़ने की आवश्यकता है।

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