युक्तियुक्तकरण से बेरोजगार हुए मानदेय शिक्षक, पहाड़ी, बिरहोर…- भारत संपर्क
युक्तियुक्तकरण से बेरोजगार हुए मानदेय शिक्षक, पहाड़ी, बिरहोर और पंडों जनजाति के 42 सहित 90 शिक्षक निकाले गए
कोरबा। शासन के युक्तियुक्तकरण का साइड इफेक्ट दिखने लगा है। वर्षों से अध्यापन कार्य करा रहे मानदेय शिक्षकों का रोजगार छिन गया है। एक तरफ विशेष संरक्षित जनजाति परिवार के शिक्षित युवाओं को रोजगार और समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के बजाय उन्हें बेरोजगार कर छोड़ दिया गया है। मानदेय शिक्षकों ने पुनः नायब तहसीलदार दीपक पटेल को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है। कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने आए लगभग 90 मानदेय शिक्षकों को कां से निकाल दिया गया है।जिसमें पहाड़ी कोरवा,बीरहोर और पंडों जनजाति के 42 लोग बेरोजगार हो गए हैं। सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि मानदेय शिक्षक कोरबा जिले के विभिन्न शासकीय विद्यालयों में विगत वर्ष से 580 शिक्षक 30 अप्रैल तक कार्यरत थे। अल्प मानदेय में भी सच्ची लगन पूर्ण सत्यनिष्ठा सेवा भाव से कार्य किया है। जिसके फलस्वरूप विद्यार्थी के बौद्धिक स्तर में वृद्धि एवं विद्यालय के परीक्षा परिणाम में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। आगे भी हम अपना 100 फीसदी देकर विद्यालय के शिक्षण स्तर को बढ़ाने के लिए सतत कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वर्तमान समय में युक्तियुक्तकरण कि प्रक्रिया चल रही है, जिससे विभिन्न शासकीय विद्यालयों में नियमित शिक्षकों का आगमन होते जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में सभी मानदेय शिक्षकों का कहना है कि उनकी सेवा भाव और कार्य के प्रति सत्यनिष्ठा को देखते हुए उन सभी का समायोजन सुनिश्चित करते हुए आगामी शिक्षा सत्र 2025-2026 में शिक्षण कार्य करने का अवसर प्रदान करने की मांग की गई है।