गर्भवती पत्नी को आत्महत्या के लिए विवश करने वाला पति…- भारत संपर्क


बिलासपुर, छत्तीसगढ़।
पचपेड़ी थाना क्षेत्र के दैहानपारा गांव में एक बेहद दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 7 माह की गर्भवती महिला ने अपने पति की प्रताड़ना से तंग आकर ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतका प्रतिमा कुर्रे (22) की शादी वर्ष 2023 में रूपेश कुर्रे नामक युवक से सामाजिक रीति-रिवाजों के अनुसार संपन्न हुई थी। शादी के कुछ ही महीनों बाद से प्रतिमा को पति रूपेश द्वारा शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। बताया गया कि पति रूपेश पत्नी के चरित्र पर शक करता था और इसी आधार पर उस पर अत्याचार करता था।

प्रतिमा के पिता खलहू पाटले को जब बेटी ने फोन पर अपनी पीड़ा बताई, तो उन्होंने मामले को शांतिपूर्वक सुलझाने के लिए दोनों परिवारों के बीच पंचायत बुलाई। बैठक में समझाइश दी गई, लेकिन इसके बावजूद रूपेश की प्रताड़ना बंद नहीं हुई। प्रतिमा ने अपने पति से यह भी कहा था कि यदि वह उसे पसंद नहीं करता तो उसे उसके मायके भेज दे, जिस पर रूपेश ने कथित तौर पर कहा, “यहां से तो तुम्हारी लाश ही जाएगी।”
पति की प्रताड़ना और बेरुखी से तंग आकर प्रतिमा ने 11 मई को जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई। प्रतिमा गर्भवती थी और उसकी कोख में पल रहा 7 माह का भ्रूण भी इस हादसे का शिकार हो गया।
घटना के बाद मृतका के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने गहन जांच के बाद सोमवार को पति रूपेश कुर्रे के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में रूपेश ने अपने अपराध को स्वीकार भी कर लिया है। पुलिस ने उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पचपेड़ी थाना प्रभारी ने बताया कि महिला की आत्महत्या के पीछे पति की प्रताड़ना मुख्य कारण है, जिसे लेकर साक्ष्य और गवाहों के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई है।
इस दर्दनाक घटना ने इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीणों और समाजसेवियों ने मांग की है कि महिला उत्पीड़न जैसे मामलों में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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