ट्रंप ने फिर ने किया भारत-पाक युद्ध रुकवाने का दावा, कांग्रेस बोली- 18वीं बार – भारत संपर्क


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार ये दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान की जंग रुकवा दी. नीदरलैंड के हेग में नाटो समिट के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा कि भारत और पाक दोनों के पास परमाणु हथियार है. मैंने कहा देखिए अगर आप एक-दूसरे से लड़ते रहेंगे तो हम कोई ट्रेड डील नहीं करेंगे. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों के साथ ट्रेड डील को लेकर कई बार बात की.
ट्रंप ने ये भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं. वह बहुत शानदार इंसान हैं. मैंने उन्हें समझाया. मैंने कहा, अगर आप लड़ने जा रहे हैं तो हम ट्रेड डील नहीं करेंगे. इसके बाद उन्होंने कहा कि मैं ट्रेड डील करना चाहता हूं. हमने परमाणु युद्ध रोक दिया. हालांकि, ट्रंप ने ये दावा पहली बार नहीं किया है. इससे पहले भी वो इस बात को कई बार दोहरा चुके हैं.
ट्रंप ने 18वीं बार जंग रुकवाने की बात कही- कांग्रेस
ट्रंप के इस दावे पर कांग्रेस ने चुटकी ली है. कांग्रेस ने ट्रंप का एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा, ‘ट्रंप ने 18वीं बार कहा, मैंने भारत-पाकिस्तान की वॉर रुकवा दी. मैंने साफ कहा- अगर जंग लड़ी तो मैं व्यापार नहीं करूंगा. दोनों देश के नेताओं ने कहा- हम व्यापार करना चाहते हैं, इसलिए वॉर रोक रहे हैं.’ दरअसल, पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान में तनाव बढ़ गया.
ट्रंप ने 18वीं बार कहा
मैंने भारत-पाकिस्तान की वॉर रुकवा दी. मैंने साफ कहा- अगर जंग लड़ी तो मैं व्यापार नहीं करूंगा.
दोनों देश के नेताओं ने कहा- हम व्यापार करना चाहते हैं, इसलिए वॉर रोक रहे हैं. pic.twitter.com/rAA8XaDUuv
— Congress (@INCIndia) June 25, 2025
10 मई को हुई भारत-पाक के बीच सीजफायर की घोषणा
पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की. इसके बाद सात मई को पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हमला किया. इस हमले में 100 आतंकी मारे गए. इसके बाद पाकिस्तान ने भारत पर जवाब कार्रवाई की कोशिश की. मगर भारत ने उसकी हर कोशिशों को नाकाम कर दिया. चार दिन 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा हुई.
इस सीजफायर को लेकर ट्रंप ने कई बार दावा किया है कि उन्होंने ही मध्यस्थता कराई लेकिन भारत सरकार का कहना है कि भारत-पाक DGMO की सहमति के बाद सीजफायर पर सहमति बनी.