Career Advice: बच्चों के करियर को लेकर है चिंता, तो अभिभावकों को करना होगा ये…

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Career Advice: बच्चों के करियर को लेकर है चिंता, तो अभिभावकों को करना होगा ये…
Career Advice: बच्चों के करियर को लेकर है चिंता, तो अभिभावकों को करना होगा ये काम

बच्चों को सपनों तक पहुंचाने के लिए सही काउंसलिंग और प्यार भरे सपोर्ट की जरूरत होती है.

बोर्ड रिजल्ट और JEE, NEET जैसे कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स के नतीजे आ चुके हैं. अब हर घर में एक ही सवाल गूंज रहा है, आगे क्या? चाहे मार्क्स अच्छे आए हों या न आएं, बच्चों और अभिभावकों के मन में करियर को लेकर बेचैनी बनी हुई है. सही रास्ता न मिलने से बच्चे तनाव में आ रहे हैं और अभिभावक भी कन्फ्यूज हैं कि बच्चों का भविष्य कैसे संवारा जाए.

विशेषज्ञों का कहना है कि रिजल्ट के बाद सही काउंसलिंग और सपोर्ट बच्चों को उनके सपनों की मंजिल तक पहुंचा सकता है. बोर्ड रिजल्ट और एंट्रेंस एग्जाम्स के नतीजों के बाद बच्चों पर दबाव बढ़ जाता है. काउंसलर का कहना है कि रिजल्ट के बाद बच्चे और माता-पिता दोनों ही असमंजस में रहते हैं. कई बार बच्चे अपनी रुचि के बजाय परिवार के दबाव में गलत करियर चुन लेते हैं, जो बाद में परेशानी का सबब बनता है.

Career Counselling: काउंसलिंग क्यों है जरूरी?

विशेषज्ञों के मुताबिक, रिजल्ट के बाद सही काउंसलिंग बच्चों को उनके लिए सही करियर चुनने में मदद करती है. साइकलॉजिस्ट का कहना है कि बच्चों को यह समझाना जरूरी है कि रिजल्ट जिंदगी का आखिरी मौका नहीं है. अगर एक दरवाजा बंद हुआ, तो दूसरा खुलता है. काउंसलिंग से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है और वो अपनी रुचि के हिसाब से रास्ता चुन पाते हैं. काउंसलिंग में बच्चों की स्किल्स, रुचि और मार्केट की जरूरतों को ध्यान में रखकर सुझाव दिए जाते हैं.

Tips For Parents: 5 काम जो अभिभावकों को करना चाहिए

  • बच्चों से दिल खोलकर बात करें: रिजल्ट के बाद बच्चों से उनकी रुचि, सपनों और डर के बारे में बात करें. उन पर अपनी इच्छाएं न थोपें.
  • करियर काउंसलर की मदद लें: प्रोफेशनल काउंसलर बच्चों की स्किल्स और मार्केट ट्रेंड्स के हिसाब से सही सलाह दे सकते हैं.
  • तनाव को कम करें: बच्चों को भरोसा दिलाएं कि रिजल्ट उनकी काबिलियत की पूरी कहानी नहीं बताता. उनके पास और भी कई रास्ते हैं.
  • नए ऑप्शन्स तलाशें: इंजीनियरिंग और मेडिकल के अलावा डिजाइन, डेटा साइंस, मैनेजमेंट, लॉ और क्रिएटिव फील्ड्स में भी शानदार करियर बनाया जा सकता है.
  • मेंटल हेल्थ का ख्याल रखें: अगर बच्चा तनाव में है, तो मनोवैज्ञानिक से सलाह लें. उनकी मेंटल हेल्थ को अनदेखा न करें.

Career Coach Advice: करियर कोच की सलाह क्या है

करियर कोच मानते हैं कि अभिभावकों को बच्चों का दोस्त बनना चाहिए, न कि आलोचक. उनकी कमियों को उजागर करने के बजाय, उनके टैलेंट को पहचानें और सही दिशा दिखाएं. रिजल्ट के बाद का समय बच्चों के लिए बहुत नाजुक होता है. इस वक्त माता-पिता का साथ और सही गाइडेंस उनके करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है. अगर आपके घर में भी रिजल्ट के बाद करियर की चिंता सता रही है, तो घबराएं नहीं. थोड़ी समझदारी, सही काउंसलिंग और प्यार भरा सपोर्ट आपके बच्चे को उसके सपनों तक जरूर पहुंचाएगा.

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