एयर टू एयर किल्स 104… कितना ताकतवर है अमेरिका का ‘महाबली’ फाइटर, जो चीन को पिलाएगा… – भारत संपर्क


अमेरिका का महाबली फाइटर जेट.Image Credit source: Socialmedia
चीन की नजर ताइवान पर है और अमेरिका की चीन पर. एक तरफ जब ताइपे के आसमान में चीनी फाइटर जेट घुसपैठ कर रहे थे, ठीक उसी समय अमेरिका चीन से मुकाबले के लिए जापान में अपने महाबली फाइटर जेट को उतार रहा था. यह जेट से F-15EX ईगल II, यह एयर सुपीरियॉरिटी F-15C फाइटर जेट का ही उन्नत वर्जन है, जो आज तक कभी फेल नहीं हुआ. खास बात ये है कि अब तक कई युद्धों में हिस्सा लेकर चुका ये फाइटर जेट अब तक एयर टू एयर 104 फाइटर जेट किल कर चुका है, मगर इस पर अभी तक एक बार भी आंच नहीं आई.
जापान के ओकिनावा में स्थित कडेना एयरबेस को अमेरिका दक्षिण चीन सागर में ड्रैगन की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए प्रयोग करता है. यह अमेरिका की फर्स्ट नियंत्रण रणनीति का प्रमुख हिस्सा है.खास बात ये है कि ये एयरबेस ताइवान के सबसे नजदीक है, चूंकि इस समय चीन और ताइवान में तनाव चरम पर है और अमेरिका ताइवान की रक्षा करने का संकल्प ले चुका है, ऐसे में पेंटागन ने कडेना में F-15C/D को 36 F-15EX लड़ाकू विमानों से बदलने की तैयारी कर ली है. इसमें कई फाइटर जेट कडेना में पहुंच भी चुके हैं.
चीन को पानी पिलाने की तैयारी
चीन ने हाल ही में लड़ाकू विमानों के उत्पादन के मामले में अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है. अमेरिका के 1 फाइटर जेट के बदले चीन 1.2 फाइटर बना रहा रहा है. Eurasia की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन पहले ही युद्धपोतों की संख्या के लिहाज से सबसे बड़ी नौसेना बनाने के बाद चीन ने पूरा फोकस फाइटर जेट पर कर दिया है.
F-15C/D ने अब तक मारे 104 फाइटर जेट
अमेरिका ने मैकडॉनेल डगलस एफ-15 को 1976 में लॉन्च किया था और तब से यह कभी भी दुश्मन का शिकार नहीं बना, इसके विपरीत न जाने कितने ही दुश्मनों को अपना निशाना बनाया है. खास तौर से F-15C/D ने अब तक गल्फ, ईराक और Kosovo समेत कई युद्धों में हिस्सा लिया है. नेशनल इंटरेस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक यह फाइटर जेट अब तक दुश्मनों के 104 फाइटर जेट ध्वस्त किए हैं. खास बात ये है कि इस विमान को युद्ध में आज तक कभी भी नहीं मारा जा सका. अब अमेरिका ने इसी विमान का हाईटेक एडीशन एफ-15 ईएक्स ईगल II को कडेना एयरबेस पर भेजा है ताकि वह चीन की हर हरकत का जवाब दे सके.
F-15C/D से ज्यादा ताकतवर है F-15EX ईगल II
अमेरिकी वायु सेना के लड़ाकू विमान F-15EX ईगल II पुराने C/D मॉडल से ज्यादा ताकतवर है.कडेना की 18वीं विंग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इन विमानों को ओकिनावा में “स्थानीय इकाइयों के साथ एकीकरण और परिचय प्रशिक्षण के लिए लाया गया है. यह यात्रा क्षेत्र में अमेरिकी वायुशक्ति को आधुनिक बनाने और उभरते खतरों से बचाव के लिए रक्षा विभाग के चल रहे प्रयास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताई जा रही है.
F-15EX Eagle II की खासियतें
- F-15EX Eagle II को दुनिया के सबसे ताकतवर और आधुनिक फाइटर जेट्स में माना जाता है, इसे अमेरिका की कंपनी बोइंग ने विकसित किया है.यह F-15 का एडवांस वर्जन है.
- यह दुनिया का सबसे ज्यादा हथियार अपने साथ ले जाने वाला पहला फाइटर जेट है, जो एक बार में 13380 किलोग्राम तक के हथियार और मिसाइलें ले जा सकता है.
- इसमें एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे (AESA) रडार है, जो लंबी दूर से दुश्मन को ट्रैक और टारगेट कर सकती है, ये एक साथ कई टारगेट एंगेज कर सकता है.
- इसमें फ्लाई-बाय-वायर सिस्टम है जो पायलट की कमांड को ज्यादा तेज, सटीक और हर तरीके से सुरक्षित बनाता है, यह तकनीक पुराने F-15 फाइटर में नहीं थी.
- इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसमें आसानी से नए सेंसर्स, हथियार और AI टेक्नोलॉजी एड की जा सकती है, इसमें फास्ट अपग्रेड संभव है.
- इसका कॉकपिट पूरी तरह डिजिटल बनाया गया है, इसमें Large Area Display है, जिसमें पायलट को रियल टाइम डेटा, टारगेटिंग और नेविगेशन की जानकारी मिलेगी.
- एक या दो पायलट दोनों ऑप्शन में यह विमान उपलब्ध है, मिशन के अनुसार इसका कंफिगरेशन बदला जा सकता है.
- यह सुपरसोनिक स्पीड यानी मैक 2.5 तकरीबन 3 हजार किमी प्रति घंटा की रफ्तार से 2200 मील तक उड़ान भर सकता है, रीफ्यूलिंग के बिना.
- इसकी ऑपरेशन कॉस्ट लो है और लॉन्ग लाइफ है, यह पुराने F-15 इंफ्रास्ट्रक्चर से अलग है, इसमें 20 हजार फ्लाइट ऑवर सर्विस है जो F-35 से दोगुना है.