डायल-112 बनी ‘जीवनदायिनी’, प्रसव पीड़ा में तड़प रही महिला ने…- भारत संपर्क




बिलासपुर। पुलिस की डायल-112 एक बार फिर ‘जीवनदायिनी’ साबित हुई। प्रसव पीड़ा से तड़प रही गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही सुरक्षित डिलीवरी कराकर जच्चा-बच्चा को नई जिंदगी दी गई।
घटना थाना कोनी क्षेत्र के सेंदरी बस स्टैंड की है। गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा होने पर परिवारजन अस्पताल ले जाने का साधन नहीं जुटा पा रहे थे। सूचना मिलते ही डायल-112 कोनी ईगल-1 की टीम तत्काल महिला के घर पहुंची और परिजनों के साथ उसे अस्पताल ले जाने लगी।
रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ने पर परिजनों के अनुरोध पर वाहन को रोका गया। डायल-112 के आरक्षक जितेंद्र यादव और चालक गौकरण साहू ने तत्काल डिलीवरी के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई, जिसके बाद परिजनों की मदद से वाहन में ही सुरक्षित प्रसव कराया गया।
डिलीवरी के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और उन्हें आगे के उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला और उनके परिवार ने डायल-112 की त्वरित मदद और संवेदनशीलता की सराहना की तथा पुलिस टीम का आभार जताया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर रजनेश सिंह ने आरक्षक की पीठ थपथपाकर उनकी सराहना की और उन्हें पुरस्कृत किया।
जून में दो बार हुई ऐसी घटनाएँ
बिलासपुर जिले में जून माह में ही प्रसव से जुड़ी 305 सूचनाएँ डायल-112 को मिलीं, जिनमें से दो मामलों में अस्पताल ले जाते समय वाहन में ही सुरक्षित डिलीवरी कराई गई थी।
पुलिस की अपील
बिलासपुर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी आपात स्थिति—चाहे वह अपराध हो, दुर्घटना हो या स्वास्थ्य संबंधी समस्या—में बिना झिझक डायल-112 पर कॉल करें। पुलिस सदैव जनता की सहायता के लिए तत्पर है।
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