महिला भूविस्थापित को मिलेगा न्याय, कुसमुंडा प्रबंधन ने लिखित…- भारत संपर्क
महिला भूविस्थापित को मिलेगा न्याय, कुसमुंडा प्रबंधन ने लिखित में दिया सहयोग का आश्वासन
कोरबा। जिले के एसईसीएल कुसमुण्डा खदान प्रभावित भूविस्थापित महिला गोमती केवट बीते सोमवार को अपने हक और न्याय के लिए एसईसीएल कुसमुंडा कार्यालय के मुख्य गेट के सामने हड़ताल पर बैठ गई। इस दौरान उसके साथ एक बुजुर्ग महिला और दिव्यांग युवक साथ नजर आया। यह देख प्रबंधन सख्ते में आ गया। पुलिस भी बड़ी संख्या में गेट पर पहुंची। देर शाम अधिकारी कर्मचारियों की छुट्टी के वक्त उसे कुसमुंडा प्रबंधन के अधिकारियों द्वारा को गेट से हटने को कहा गया, लेकिन वह नहीं मानी। जिस पर सभी अधिकारी कर्मचारी अपने वाहन अंदर छोड़ पैदल ही अन्य रास्तों से घर को निकल पड़े। इधर महिला भूविस्थापित रात तक गेट के सामने बैठी रही।इस बीच कुसमुंडा प्रबंधन के अधिकारियों ने लिखित पत्र के माध्यम से गोमती केवट को बताया कि उसकी शिकायत पर जांच शुरू कर दी गई है। एसईसीएल के पत्र में गोमती केंवट ने शिकायत में यह बताया है कि कुसमुंडा द्वारा अर्जित की गई ग्राम मनगाँव की भूमि उसके ससुर रमेश पुत्र सलिकराम की थी। कूटरचना कर प्रहलाद पुत्र रमेश नौकरी कर रहा है एवं भटगांव क्षेत्र में पदस्थ है। इस सम्बन्ध में स्टॉफ अधिकारी (एचआर) भटगाँव को कुसमुंडा महाप्रबंधक कार्यालय से जारी पत्र प्रेषित किया गया है। जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि प्रहलाद आत्मज रमेश अगर नौकरी से त्यागपत्र वीआरएस देते हैं, या त्यागपत्र वीआरएस प्रक्रियाधीन है तो इस संबंध में नियमानुसार कार्यवाही की जाए। जांच कार्यवाही तक देय भुगतान पर रोक लगाई जाएगी। साथ ही शिकायत को ध्यान में रखते हुए प्रहलाद पुत्र रमेश की विभागीय जांच भटगाँव क्षेत्र से लंबित इस जांच कार्यवाही में कुसमुंडा क्षेत्र आवश्यकतानुसार मदद करेगा ताकि जांच में विलंब न हो। साथ ही एक अधिकारी को जो भू-राजस्व विभाग कुसमुंडा से हो इस कार्य के लिए भेजा जाएगा।