हूती ने जुटाया ‘मौत का सामान’, क्या मिडिल ईस्ट में भिड़ जाएंगे US ईरान? | Houthi… – भारत संपर्क

0
हूती ने जुटाया ‘मौत का सामान’, क्या मिडिल ईस्ट में भिड़ जाएंगे US ईरान? | Houthi… – भारत संपर्क
हूती ने जुटाया 'मौत का सामान', क्या मिडिल ईस्ट में भिड़ जाएंगे US- ईरान?

हूती विद्रोहियों के खिलाफ एक्शन

अमेरिका के ऑपरेशन प्रतिशोध के बाद हूती ने प्रचंड बारूदी वर्षा की है. अमेरिका से प्रतिशोध लेने के लिए लाल सागर में हूती ने मिसाइल हमले किए गए, जिनमें ग्रीस का एक जहाज जलाकर खाक हो गया. यमन में हूती के ठिकानों पर हमला करके अमेरिका ने एक बड़े युद्ध का फ्रंट खोल दिया है.

अमेरिकी नौसेना ईरान की प्रॉक्सी व्यूह रचना में फंस चुकी है. हूती लाल सागर में पर्ल हार्बर जैसा हमला करके अमेरिकी नौसेना को तबाह करना चाहता है. इसके लिए क्रूज और एंटी शिप मिसाइलों का बड़ा जखीरा यमन पहुंच चुका है. हूती एक बार फिर अमेरिकी फौज पर हमले कर सकते हैं. ये हमले मिडिल ईस्ट में ईरान और अमेरिका की जंग का आधार भी बन सकते हैं.

कितने ताकतवर हैं हूती

हूती ने अमेरिका के लिए मौत का सामान जुटा लिया है. हूती के पास ईरान से मिला शाहेद 136 आत्मघाती ड्रोन है, इस ड्रोन की रेंज 2,200 किलोमीटर तक है. इसके अलावा ईरान और हिज्बुल्लाह फोर्सेज ने हूती को समद 3 आत्मघाती ड्रोन भी दिए हैं. जिनकी रेंज 1500 किलोमीटर तक है. कासिफ 2k ड्रोन भी हूती के पास बड़ी संख्या में हैं और इसकी मारक क्षमता 300 किलोमीटर तक है. सरफेस टू सरफेस मार करने वाली मिसाइलों का बड़ा जखीरा हूती के पास है, इनकी रेंज 1500 किलोमीटर तक है.

हूती को ईरान से क्रूज मिसाइलें भी मिली हैं, इनकी रेंज 2 हजार किलोमीटर से ज्यादा है. हूती के पास एडवांस स्टेज की बैलिस्टिक मिसाइलें भी हैं और ये 22 सौ किलोमीटर तक मार करने की क्षमता रखती हैं. हूती संगठन में 1 लाख से ज्यादा प्रशिक्षित लड़ाके हैं जो किसी भी वक्त हमला करने को तैयार हैं. ये रिपोर्ट सेंटर फॉर टेररिज्म कंट्रोल की है जो 2021 में तैयार की गई थी, तबसे अबतक हूती की ताकत में बहुत इजाफा हुआ है.

यमन पर है हूतियों का कब्जा

आप हूती की शक्ति की अंदाजा यमन के नक्शे को देखकर लगा सकते हैं. यमन की राजधानी सना है और राजधानी पर सरकार का नहीं बल्कि हूती का कब्जा है. इसके अलावा सदाह, अमरान, हज्जाह, अल माहवित, मरिब, दाहमर, रेमा, हुदैदा, इब, अल बायदा, ताएज, लाहिज तक का इलाका हूती शिया संगठन के कब्जे में है. यहां बेहद कम हिस्सा हादी सरकार के नियंत्रण में है. गहरे आसमानी रंग के क्षेत्र अल कायदा के नियंत्रण हैं. यमन के तेल कुएं और सप्लाई पाइपलाइन को दिखा रहे हैं. तेल सप्लाई लाइन का बड़ा हिस्सा भी हूती के नियंत्रण में हैं.

अमेरिका को ऐसे फंसाया

मिसाइल पावर के दम पर हूती ने अमेरिका और उसके सहयोगियों को जलसंकट में फंसा दिया है. वहीं अमेरिका ने हूती को काबू करने के लिए मकसद से ही लाल सागर जलमार्ग पर ऑपरेशन सी गार्डियन शुरू किया, लेकिन उसका ये मकसद रत्ती भर भी पूरा नहीं हो सका है. क्योंकि हूती को शक्ति आपूर्ति करने वाला ईरान है. अमेरिका ने ईरान अरब में छल युद्ध का जिम्मेदार ठहराया है. अमेरिका ने 5 फरवरी को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को एक चिट्ठी लिखी. अमेरिकी राजदूत ने लिखा कि लाल सागर, इराक और सीरिया में ईरान हथियार सप्लाई कर शांति भंग कर रहा है. अमेरिका का आरोप है कि ईरान की नेवी हूती को इंटेलिजेंस मुहैया कर रही है और IRGC के कमांडर ही हूती को हमलों के लिए आदेश दे रहे हैं.

ऐसे हमले करते हैं हूती

मध्य पूर्व में अमेरिका के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी की रिपोर्ट है कि ईरान के जहाज हूती की मदद के लिए तैनात हैं. ईरान हूती को लाल सागर से गुजरने वाले कार्गो शिप की लोकेशन दे रहा है। ईरानी नेवी का युद्धपोत कार्गो के सिग्नल रिसीव करने के बाद उसकी जानकारी यमन में हूती मिसाइल लॉन्च सेंटर को देता है और हूती दुश्मन जहाजों पर मिसाइल हमले कर देता है. दावा ये भी है कि IRGC के कमांडर भी यमन में तैनात हैं. ये कमांडर मैरीटाइम सिग्नल और एंटी शिप मिसाइल के विशेषज्ञ हैं और इन्हीं की निगरानी में लाल सागर में हमले किए जा रहे हैं.

ईरान ने कहा- झूठे हैं आरोप

संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी राजदूत अमीर सैयद इरावनी ने लिखा है कि IRGC पर अमेरिका के आरोप झूठे हैं. इराक, सीरिया में अमेरिका की स्ट्राइक की ईरान निंदा करता है। इन गैरकानूनी हमलों से इराक, सीरिया की संप्रभुता पर हमला किया गया है. गाजा युद्ध के बाद ही ईरान ने हूती को लाल सागर के मोर्चे पर बारूद बरसाने का इशारा दे दिया था और अब ये हमले रोजाना तेज हो रहे हैं। सामरिक मामलों के जानकार मान रहे हैं कि अमेरिका और ईरान की जंग की आशंका बढ़ती जा रही है.

ब्यूरो रिपोर्ट, TV9 भारतवर्ष

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सरकार से राहत की उम्मीद में रॉकेट बना वोडाफोन आइडिया का…- भारत संपर्क| Actress Who Left Acting: टीवी की वो फेमस एक्ट्रेस जिसने 7 साल पहले छोड़ी… – भारत संपर्क| Viral Video: डॉगी का प्यार देख यूजर्स की आंखें हुई नम, मरने के बावजूद खत्म नहीं हुई…| ग्राम मौवार में सीसी रोड और बोर खनन का हुआ भूमि पूजन — भारत संपर्क| *मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर कुनकुरी में ऑडिटोरियम भवन निर्माण हेतु…- भारत संपर्क