मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए नहीं लगानी पड़ेगी लंबी लाइन, आभा…- भारत संपर्क

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मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए नहीं लगानी पड़ेगी लंबी लाइन, आभा ऐप के जरिए घर बैठे करा सकेंगे पंजीयन

 

कोरबा। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीज व परिजनों के लिए राहत भरी खबर है। अब अस्पताल में इलाज से पूर्व पंजीयन के लिए लंबी कतार नहीं लगानी पड़ेगी। वे एक ही क्लिक में आभा ऐप के जरिए घर बैठे अपना पंजीयन करा सकेंगे। पंजीयन नंबर के आधार पर ओपीडी यानि रोगी कक्ष में मौजूद कर्मचारी सीधे पर्ची जारी कर देंगे, जिसकी मदद से मरीज संबंधित डॉक्टर से अपना उपचार करा सकेंगे। इसके लिए किसी तरह के शुल्क अदा करने की जरूरत नही होगी। दरअसल बीते दिनों प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल जिले के प्रवास पर थे। उन्होंने स्व. बिसाहू दास महंत स्मृति मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण किया। तत्पश्चात मेडिकल कॉलेज में सामान्य सभा की बैठक ली। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने मरीजों को मिलने वाली सुविधा व संसाधन के संबंध में भी चर्चा की। उन्होंने मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की समीक्षा की थी। स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश डीन डॉ. केके सहारे को दी थी। जिसके तहत नि:शुल्क उपचार सुविधा प्रदान करने के निर्देश भी दिए थे। उनके निर्देश पर डीन डॉ. सहारे ने अमल शुरू कर दिया है. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रतिदिन औसतन सात सौ मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। मरीज अथवा परिजनों को संबंधित रोग के चिकित्सक से जांच व परामर्श से पूर्व पंजीयन कराना पड़ता है। इसके लिए अस्पताल के भीतर ही बाह्य रोगी कक्ष (ओपीडी) का निर्माण कराया गया है। जिसके लिए पंजीयन कक्ष के बाहर लंबी कतार लगानी पड़ती थी। इस दौरान परिजन तो परेशान होते ही थे। मरीज की हालत बिगड़ने की आशंका भी बनी रहती थी।कई बार ओपीडी के बाहर लंबी कतार देख मरीज और परिजन बैरंग लौट जाते थे। इलाज में लेट लतीफी के कारण मरीज को कष्ट सहना पड़ता था। इन तमाम समस्याओं को देखते हुए मेडिकल कॉलेज में आभा ऐप की सुविधा शुरू कर दी गई है। मरीज अथवा परिजन अपने मोबाइल में आभा ऐप लोड कर पंजीयन करा सकते हैं. ऐप में मरीज का नाम व पता सहित अन्य जानकारियों लोड होते ही पंजीयन नंबर मिल जाएगी। अस्पताल में मरीज और परिजनों को कतार लगाने की जरूरत नहीं है। उन्हें ओपीडी में मौजूद कर्मचारियों द्वारा पंजीयन नंबर बताते ही पर्ची तैयार कर दे दी जाएगी। इस पर्ची में बीमारी से संबंधित डॉक्टर और उनके कक्ष की पूरी जानकारी होगी। जिसकी मदद से मरीज अपना इलाज करा सकेंगे. उन्हें बार बार इलाज के लिए पंजीयन अथवा पर्ची कटवाने की आवश्कता नही पड़ेगी। खास तो यह है कि मरीज और परिजनों को इलाज से पूर्व पंजीयन के लिए किसी तरह का शुल्क जमा नही करना होगा।मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आभा ऐप की सुविधा शुरू होने से निश्चित तौर पर मरीजों को लाभ मिलेगा।
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बिना पंजीयन शुल्क उपचार की सुविधा शुरू
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए हर वर्ग के मरीज पहुंचते हैं। अस्पताल में पहुंचने वाले मरीज की उम्र 60 वर्ष से अधिक होने पर पंजीयन नि:शुल्क किया जाता है। इससे कम उम्र वाले मरीज को बतौर शुल्क पांच रूपए देना पड़ता था।इसमें मरीज और कर्मचारी दोनों को ही चिल्हर सहित कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता था। जिसे देखते हुए नि:शुल्क पंजीयन का निर्णय लिया गया है।

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