जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के लिए रखा गया? अंशुल कंबोज की कम स्पीड पर … – भारत संपर्क

अंशुल कंबोज ने अपनी गेंदबाजी से टीम को निराश किया है. (Photo-Stu Forster/Getty Images)
मैनचेस्टर टेस्ट मैच में टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों ने काफी निराश किया है. जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और अंशुल कंबोज ने मिलकर इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में अब तक 72 ओवर में 297 रन देकर केवल तीन विकेट ही हासिल कर पाए हैं. तीनों गेंदबाजों ने एक-एक विकेट चटकाए हैं. उनकी इस खराब गेंदबाजी की वजह से टीम इंडिया पर चौथे टेस्ट मैच में हार का खतरा मंडराने लगा है. तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्कल ने अंशुल कंबोज की कम स्पीड पर चौंकाने वाला बयान दे दिया. उनका मानना है कि अंशुल कंबोज को जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के सहयोग के लिए टीम में रखा गया है.
मोर्ने मोर्कल ने क्या कहा?
मैनचेस्टर टेस्ट मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉफ्रेंस में टीम इंडिया के बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्कल ने अंशुल कंबोज को लेकर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि हमें किसी ऐसे गेंदबाज की जरूरत थी जो तेज और ऑफ स्टंप पर सटीक गेंदबाजी कर सके. अंशुल कंबोज का नाम काफी समय से चर्चा में था, क्योंकि उन्होंने डोमेस्टिक लेबल पर अच्छा प्रदर्शन किया था. इसके अलावा भारत ए के इंग्लैंड दौरे पर भी उन्होंने शानदार गेंदबाजी की. इसकी वजह से उन्हें टीम में चुना गया था.
हालांकि अंशुल कंबोज ने टीम को काफी निराश किया है. वो मैनचेस्टर टेस्ट मैच में 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे हैं, जो काफी कम हैं. पहले दो टेस्ट मैच में खेलने वाले तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा की जगह उनको प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई, लेकिन वो अब तक केवल एक विकेट ही हासिल कर पाए हैं. अब अंशुल कंबोज के सेलेक्शन की वजह से टीम इंडिया मैनेजमेंट की जमकर आलोचना हो रही है.
संजय मांजरेकर ने किया बचाव
इस दौरान पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने अंशुल कंबोज का बचाव किया है. उन्होंने अंशुल के सरल एक्शन की तारीफ की और कहा कि 130 किलोमीटर प्रति घंटे से कम की स्पीड के साथ बैक ऑफ लेंथ या गुड लेंथ गेंदबाजी में सुधार की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मैनचेस्टर टेस्ट मैच के दूसरे दिन पिच में बदलाव के कारण कंबोज को ज्यादा मदद नहीं मिली.