AI, ऐप्स और बदलावों की भरमार! जानें इस हफ्ते की 5 धमाकेदार टेक अपडेट्स – भारत संपर्क

हर हफ्ते टेक्नोलॉजी की दुनिया में कुछ न कुछ नया होता रहता है. यहां जानें कि इस हफ्ते में क्या-क्या नए जरूरी अपडेट आए हैं. आपको एक ही जगह पर सब अपडेट्स मिल जाएंगी. इसमें iOS 26, Spark AI, ChatGPT का नया अपडेट, स्टारलिंक डाउन जैसी सब बड़ी अपडेट शामिल हैं.
Apple ने iOS 26 का पहला पब्लिक बीटा अपडेट
Apple ने अपने नए ऑपरेटिंग सिस्टम iOS 26 का पहला पब्लिक बीटा वर्जन इस हफ्ते जारी कर दिया है. इससे पहले कंपनी ने डेवलपर्स के लिए चार बीटा वर्जन निकाले थे, लेकिन अब आम यूजर्स के लिए भी नया Liquid Glass इंटरफेस और बाकी नए फीचर्स एक्सपीरियंस करने का मौका है.
iOS के पब्लिक बीटा वर्जन नॉर्मली जुलाई में आते हैं ताकि शुरुआती बग्स को ठीक किया जा सके. पब्लिक बीटा वर्जन आम यूजर्स को नए iOS फीचर्स का प्रीव्यू देता है. ये वर्जन डेवलपर बीटा के मुकाबले ज्यादा स्टेबल और सेफ माने जाते हैं.
GitHub ने लॉन्च किया Spark AI
Microsoft के स्वामित्व वाली कंपनी GitHub ने एक नया AI टूल लॉन्च किया है जिसका नाम GitHub Spark है. ये टूल यूजर्स को नेचुरल लैंग्वेज में इंस्ट्रक्शन देकर ऐप बनाने की सुविधा देता है.
इस फीचर में आप दो AI मॉडल्स में से OpenAI GPT मॉडल या Claude Sonnet मॉडल चुन सकते हैं. Spark सिर्फ कोड जनरेट नहीं करता, बल्कि उसे रन करके आपको एक इंटरैक्टिव प्रीव्यू भी दिखाता है, जिसे आप और भी बेहतर बना सकते हैं.
Sam Altman की चेतावनी
OpenAI के CEO Sam Altman ने एक चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि लोग अब ChatGPT जैसे AI टूल्स को अपना थैरेपिस्ट, लाइफ कोच, या कंसल्टेंट की तरह इस्तेमाल करने लगे हैं. ये एक गंभीर मामला है क्योंकि इस तरह की बातचीतों को सेफ रखने का कोई लीगल फ्रेम अभी मौजूद नहीं है.
GPT-5 अगले महीने हो सकता है लॉन्च
OpenAI का अगला बड़ा मॉडल GPT-5 अगस्त की शुरुआत में लॉन्च हो सकता है. The Verge की एक रिपोर्ट के मुताबिक, GPT-5 में पहली बार यूनिफाइड रीजनिंग कैपेबिलिटीज की पावर होगी.
Starlink की सर्विस डाउन
Elon Musk की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस Starlink को इस हफ्ते एक बड़े ग्लोबल आउटेज का सामना करना पड़ा. अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, रोमानिया, जिंबाब्वे के साथ कई देशों में लाखों लोग लगभग 2.5 घंटे तक इंटरनेट से कटे रहे.
ये Starlink की हिस्ट्री की सबसे लंबे आउटेज में से एक मानी जा रही है. हैरानी की बात ये है कि ये घटना उस दिन के ठीक बाद हुई जब कंपनी ने T-Mobile के साथ मिलकर दूरदराज के इलाकों में सिग्नल पहुंचाने के लिए नया T-Satellite रोलआउट अनाउंस किया था.