Best Course: बीटेक कंप्यूटर साइंस या बीटेक डेटा साइंस, किसमें स्कोप ज्यादा?…


बीटेक कंप्यूटर साइंस और बीटेक CS डेटा साइंस में कौन बेहतर?Image Credit source: Getty Images
आज के दौर में टेक्नोलॉजी की काफी डिमांड है. बीटेक कंप्यूटर साइंस और बीटेक डेटा साइंस दोनों ही पसंद किए जाने वाले इंजीनियरिंग कोर्स हैं. कंप्यूटर साइंस का फोकस सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, एल्गोरिदम और सिस्टम डिजाइन पर होता है, वहीं डेटा साइंस AI, मशीन लर्निंग और बड़े डेटा को एनालाइज करने में माहिर बनाता है. दोनों ही फील्ड में अच्छी सैलरी और ग्रोथ के चांसेज हैं.
इन दोनों कोर्स को लेकर अक्सर स्टूडेंट्स के मन में सवाल रहता है कि कौन सा कोर्स बेहतर है. आइए दोनों कोर्सेज के बीच के अंतर, सैलरी और आगे के मौकों के बारे में समझते हैं.
कंप्यूटर साइंस और डेटा साइंस में क्या अंतर है?
बीटेक कंप्यूटर साइंस में सॉफ्टवेयर बनाना, एल्गोरिदम डिजाइन करना, ऑपरेटिंग सिस्टम, डेटाबेस और नेटवर्क को समझना सिखाया जाता है. वहीं बीटेक डेटा साइंस में मुख्य काम डेटा को समझना, उसका विश्लेषण करना और उससे जरूरी जानकारी निकालना होता है. इसमें मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और बड़े डेटा से निपटने के स्किल्स सिखाए जाते हैं. इसके लिए आपको स्टैटिस्टिक्स और प्रेडिक्टिव मॉडलिंग की अच्छी समझ होनी जरूरी है.
कौन सा कोर्स है बेहतर?
कोडिंग, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और सिस्टम डिजाइन में दिलचस्पी है, तो बीटेक कंप्यूटर साइंस बेहतर है. वहीं अगर AI, मशीन लर्निंग और डेटा-ड्रिवन निर्णय लेने में रूची रखते हैं, तो बीटेक डेटा साइंस चुनना आपके लिए सही है.
करियर के अवसर और सैलरी
बीटेक कंप्यूटर साइंस: जावा, पायथन, डेटा स्ट्रक्चर्स और एल्गोरिदम सॉफ्टवेयर जानने वाले इंजीनियर की औसत सैलरी 4 लाख से 16 लाख रुपये सालाना हो सकती है. वहीं साइबर सिक्योरिटी में एथिकल हैकिंग, नेटवर्क सिक्योरिटी एनालिस्ट की औसत सैलरी 3 लाख से 11 लाख रुपये सालाना मिल सकती है, जबकि AWS, एज्योर, DevOps जानने वाले क्लाउड इंजीनियर की औसत सैलरी 3 लाख से 14 लाख रुपये तक हो सकती है और टेंसरफ्लो, मशीन लर्निंग एल्गोरिदम जानने वाले मशीन लर्निंग इंजीनियर्स की औसत सैलरी 4 लाख से 30 लाख रुपये तक हो सकती है.
बीटेक डेटा साइंस: पायथन, मशीन लर्निंग, स्टैटिस्टिक्स जानने वाले डेटा साइंस के प्रोफेशनल्स की औसत सैलरी 3.8 लाख से 28 लाख रुपये तक हो सकती है. वहीं, डीप लर्निंग, NLP जानने वाले मशीन लर्निंग इंजीनियर्स की 3 लाख रुपये से 24 लाख तक की सैलरी होती है, जबकि हडूप, स्पार्क, SQL जानने वाले बिग डेटा इंजीनियर्स की औसत सैलरी 3.7 लाख रुपये से 21 लाख रुपये तक होती है.
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