बिजली बिल हाफ योजना में कटौती के खिलाफ कांग्रेसियों का…- भारत संपर्क


बिलासपुर।
प्रदेश में बिजली बिल हाफ योजना में की गई कटौती को लेकर कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को तिफरा स्थित बिजली विभाग कार्यालय का कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने घेराव किया। योजना के दायरे को 400 यूनिट से घटाकर 100 यूनिट करने के विरोध में कांग्रेसियों ने जमकर नारेबाजी की और पंखा-टेबल फैन लहराकर भाजपा सरकार को जनविरोधी करार दिया।
प्रदर्शन के दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी, तिफरा ब्लॉक अध्यक्ष लक्ष्मीनाथ साहू, जावेद मेमन, अरविंद शुक्ला सहित कई नेता बिजली विभाग कार्यालय के मुख्य गेट पर चढ़ गए और अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीबों को राहत देने वाली योजना को खत्म कर सरकार आम जनता के साथ धोखा कर रही है। करीब एक घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद ज्ञापन सौंपकर आंदोलन समाप्त किया गया।
बिल हाफ योजना में बदलाव बना विरोध का कारण

कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई बिजली बिल हाफ योजना के तहत पहले 400 यूनिट तक उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को आधा बिल चुकाना पड़ता था। लेकिन हाल ही में भाजपा सरकार ने इस सीमा को घटाकर सिर्फ 100 यूनिट कर दिया है। कांग्रेस का कहना है कि इस फैसले से अधिकांश उपभोक्ता योजना से बाहर हो जाएंगे, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान होगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कांग्रेस नेताओं ने पहले ही आंदोलन की रूपरेखा स्पष्ट कर दी थी। दोपहर 1 बजे जिला कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी और शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने भाजपा पर जनता को आर्थिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया। इसके तुरंत बाद कार्यकर्ता रैली की शक्ल में तिफरा बिजली कार्यालय पहुंचे।
कर्मचारियों से झूमाझटकी, पुलिस रही तैनात
प्रदर्शन के दौरान बिजली विभाग कार्यालय के गेट पर ताला लगा हुआ था। कांग्रेसियों ने गेट खोलने का प्रयास किया, लेकिन कर्मचारियों ने भीतर से गेट को पकड़कर उन्हें रोका। इस दौरान हल्की झूमाझटकी की स्थिति भी बनी रही। मौके पर पहले से तैनात पुलिस बल ने हालात को नियंत्रण में रखा।
ईडी ए.के. अंबस्ट और एसई सुरेश जांगड़े भी प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे, लेकिन मुख्य द्वार पर हो रहे विरोध को देखते हुए वे अन्य रास्ते से अंदर पहुंचे। इस दौरान नेताओं ने बिजली दरों में बढ़ोतरी वापस लेने, स्मार्ट मीटर योजना रद्द करने और बिजली आपूर्ति व्यवस्था को सुधारने की मांग रखी।
केशरवानी बोले – “जनता के साथ धोखा कर रही सरकार”
जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि भाजपा सरकार गरीबों और मध्यमवर्गीय उपभोक्ताओं के हितों की अनदेखी कर रही है। पहले स्मार्ट मीटर लगाए, फिर चार बार बिजली दरें बढ़ाईं और अब बिल हाफ योजना को सीमित कर दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब उद्योगपतियों के हित में किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “400 यूनिट की योजना के तहत हर उपभोक्ता को औसतन 40 से 50 हजार रुपये की बचत हुई थी। अब 100 यूनिट की सीमा तय कर दी गई है, जबकि 90-95 प्रतिशत उपभोक्ताओं की खपत इससे ज्यादा होती है। यह एक सुनियोजित साजिश के तहत योजना को खत्म करने की कोशिश है।”
लगातार विरोध की चेतावनी
शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि यह जनहित की योजना थी, जिसे खत्म करना आम जनता के साथ अन्याय है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने फैसला वापस नहीं लिया तो पूरे प्रदेश में कांग्रेस चरणबद्ध आंदोलन करेगी।
पूर्व विधायक व वरिष्ठ नेता रहे शामिल
प्रदर्शन में पूर्व विधायक रश्मि सिंह, सियाराम कौशिक, राजेंद्र शुक्ला, प्रमोद नायक, राजेंद्र साहू, राकेश शर्मा, जगदीश कौशिक सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
यह 18 दिन में दूसरी बार है जब कांग्रेस नेताओं ने बिजली विभाग का घेराव किया है। पहले भी विभागीय दफ्तर में विरोध प्रदर्शन किया जा चुका है।
बिजली बिल हाफ योजना में की गई कटौती के विरोध में कांग्रेस का यह आंदोलन सिर्फ बिलासपुर तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह प्रदेशव्यापी विरोध का हिस्सा है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार योजनाओं को खत्म कर आम जनता पर आर्थिक बोझ डाल रही है। आने वाले दिनों में विरोध और तेज होने के संकेत मिल रहे हैं।
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