पहले ‘टैरिफ किंग’ अब ‘अड़ियल’, ट्रंप के राइट हैंड ने दिया ये…- भारत संपर्क

भारत पर टैरिफ लगाने से पहले और बाद में अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके सहयोगी भारत को भला बुरा कहने से नहीं चूक रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को कई बार टैरिफ किंग नाम से संबोधित किया है. साथ ही ये भी कहा कि भारत इस मामले में काफी सख्त देश है. अब भारत के साथ ट्रेड टॉल्क के बीच ट्रंप के करीबी और राइट हैंड माने जाने वाले स्कॉट बेसेंट ने भारत के लिए ‘अड़ियल’ शब्द का प्रयोग किया है. बेसेंट मौजूदा समय में ट्रंप कैबिनेट के ट्रेजेरी सेकेट्री हैं. साथ ही वह जल्द ही फेड चेयरमैन का पद भी संभाल सकते हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर ट्रंप के करीबी बेसेंट ने क्या कहा है…
ट्रेड वार्ता में भारत थोड़ा अड़ियल
अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा कि भारत, अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता में थोड़ा अड़ियल रहा है. बेसेंट ने मंगलवार को फॉक्स बिजनेस के साथ बातचीत में अक्टूबर के अंत तक सभी शुल्क और व्यापार समझौतों को पूरा करने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि हम ऐसा चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम अच्छी स्थिति में हैं. बड़े व्यापार समझौते जो नहीं हुए हैं या जिन पर सहमति नहीं बनी है…स्विट्ज़रलैंड से बातचीत जारी है, भारत थोड़ा अड़ियल रुख अपना रहा है.
भारत पर 50 फीसदी टैरिफ
बेसेंट ने कहा कि अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर और वकीलों के दल इस पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसलिए मुझे लगता है कि हम सभी महत्वपूर्ण देशों के साथ ठोस शर्तों पर सहमत हो गए हैं. जैसा कि मैं लंबे समय से कह रहा हूं, राष्ट्रपति (डोनाल्ड ट्रंप) शांति समझौते, व्यापार समझौते व कर समझौते कर रहे हैं. भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता जारी है. ट्रंप ने भारत पर कुल 50 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की है जिसमें से 25 प्रतिशत शुल्क रूस से तेल की खरीद पर लागू होगा और यह 27 अगस्त से प्रभाव में आएगा.
भारत का जवाब
शुल्क पर भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत को निशाना बनाना अनुचित है. मंत्रालय ने कहा कि किसी भी बड़ी अर्थव्यवस्था की तरह भारत अपने राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा. प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर छठे दौर की वार्ता के लिए अमेरिका का एक दल 25 अगस्त से भारत आने वाला है. दोनों देशों ने इस साल अक्टूबर-नवंबर तक व्यापार समझौते के पहले चरण को पूरा करने का लक्ष्य रखा है.