रूस-यूक्रेन युद्धविराम पर EU ने फंसाया असली पेंच, डेर का बयान- शर्तों से पीछे नहीं… – भारत संपर्क


ट्रंप पुतिन मुलाकात पर आया यूरोप का बयान
अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हाई-प्रोफाइल मुलाकात के बाद अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल तेज हो गई है. तीन घंटे चली इस बातचीत से जितनी उम्मीदें जुड़ी थीं, वहीं किसी ठोस समझौते के बिना बैठक का खत्म होना निराशाजनक साबित हुआ.
इस बीच यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने बड़ा बयान देकर यूरोप की स्थिति साफ कर दी है. उन्होंने साफ किया कि मजबूत सुरक्षा गारंटी, जो न सिर्फ यूक्रेन बल्कि यूरोप की अहम सुरक्षा ज़रूरतों की रक्षा करें, बिल्कुल अनिवार्य हैं.
यूरोप की कड़ी प्रतिक्रिया
ट्रंप से हुई बातचीत के बाद उर्सुला ने ट्वीट कर कहा कि यूरोप, अमेरिका और यूक्रेन मिलकर एक न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने साफ किया कि मजबूत सुरक्षा गारंटी, जो न सिर्फ यूक्रेन बल्कि यूरोप की अहम सुरक्षा ज़रूरतों की रक्षा करें, बिल्कुल अनिवार्य हैं. उनका ये बयान इस बात का संकेत है कि यूरोपीय संघ किसी भी स्थिति में रूस के दबाव के आगे झुकने को तैयार नहीं है.
Thank you @POTUS for the update on discussions in Alaska.
The EU is working closely with @ZelenskyyUA and the United States to reach a just and lasting peace.
Strong security guarantees that protect Ukrainian and European vital security interests are essential.
— Ursula von der Leyen (@vonderleyen) August 16, 2025
यूरोपीय देशों का संयुक्त मोर्चा
सूत्रों के मुताबिक, यूरोपीय देशों की तरफ से अब एक संयुक्त बयान आने वाला है, जिसमें रूस से शांति वार्ता के लिए सख्त शर्तें दोहराई जाएंगी. यूरोप साफ कर चुका है कि वह यूक्रेन की सुरक्षा और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेगा. यानी आने वाले दिनों में अमेरिका और रूस की डील से ज़्यादा, यूरोप की शर्तें ही शांति प्रक्रिया की दिशा तय करेंगी.
कुल मिलाकर भले ही ट्रंप पुतिन मुलाकात ग्लोबल इवेंट बन गई हो, लेकिन ठोस हल निकलना अभी दूर की कौड़ी लगता है. यूरोप और यूक्रेन की सख्त शर्तों के बीच पुतिन के लिए समझौता करना आसान नहीं होगा. उर्सुला वॉन डेर का बयान यह स्पष्ट करता है कि शांति वार्ता तभी आगे बढ़ेगी जब यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी पक्की होगी.
ग्लोबल कमबैक में भी असफलता की छाया
अलास्का में पुतिन का रेड-कार्पेट स्वागत और ट्रंप की मुस्कुराहटों ने यह आभास दिलाया था कि शायद बातचीत से कुछ बड़ी घोषणा निकल सकती है. पुतिन को लंबे अलगाव के बाद ग्लोबल स्टेज पर जगह मिली, लेकिन यूक्रेन युद्ध रोकने की दिशा में दोनों नेताओं के हाथ खाली रहे.