एक बार फिर हाईवे पर पांच गायों को अज्ञात वाहन ने रौंदा, चार…- भारत संपर्क


बिलासपुर/सकरी बाईपास (बेलमुंडी), शनिवार — हाई कोर्ट की फटकार और सरकार व जिला प्रशासन के दावों के बावजूद सड़कों पर गौवंश की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। शुक्रवार–शनिवार की दरमियानी रात सकरी बाईपास स्थित बेलमुंडी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर अज्ञात वाहन चालक ने तेज़ और लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुए पांच गायों को कुचल दिया। हादसे में चार गायों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल गाय का पेट फट गया। सुबह सूचना मिलने पर गौसेवक घटनास्थल पर पहुँचे, घायल गाय का उपचार शुरू कराया और मृत गोवंश का अंतिम संस्कार किया।
क्या हुआ

समय: शुक्रवार देर रात/शनिवार तड़के
स्थान: सकरी बाईपास, बेलमुंडी के पास, बिलासपुर
घटना: अज्ञात वाहन की टक्कर से 5 गायें प्रभावित — 4 मृत, 1 गंभीर घायल
कार्रवाई: गौसेवकों ने घायल गाय का उपचार प्रारम्भ कराया; मृत गायों का अंतिम संस्कार किया

गौसेवकों का आरोप
गौसेवकों ने कहा कि “प्रशासनिक प्रयास ज़मीन पर शून्य दिख रहे हैं, इसी कारण हादसे रुके नहीं हैं।” उनका कहना है कि पिछले डेढ़ महीने में सड़कों पर डेढ़ सौ से अधिक गायों की मौत हो चुकी है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मृत गोवंश के अंतिम संस्कार से लेकर घायल पशुओं के इलाज तक सरकार से उन्हें कोई आर्थिक सहयोग नहीं मिलता।

सड़कों पर मवेशियों की समस्या को लेकर पहले भी अदालतों ने सख़्त टिप्पणी की है और सरकार/प्रशासन ने सुधार के दावे किए हैं। बावजूद इसके, बिलासपुर सहित आसपास के इलाक़ों में रात के समय हाईवे और व्यस्त मार्गों पर गाय अक्सर दिखते हैं, जिससे हादसों का ख़तरा बना रहता है। दावों के बावजूद गौ स्वामियों के ऊपर एफआईआर दर्ज नहीं हो रहा है, जिस कारण कोई आदेश को गंभीरता से नहीं ले रहा।
स्थानीय मांगें और सुझाए गए कदम
हाईवे व मुख्य सड़कों पर रात में गश्त और चेतावनी/स्पीड-कंट्रोल उपाय (रम्बल स्ट्रिप, रिफ्लेक्टिव साइन, फ़्लैशिंग लाइट) और स्थायी शेल्टर/गौशालाओं की क्षमता बढ़ाना

दुर्घटना-प्रवण हिस्सों की हॉटस्पॉट मैपिंग और सीसीटीवी/एएनपीआर कैमरे से निगरानी
घायल पशुओं के लिए 24×7 एम्बुलेंस/हेल्पलाइन और उपचार का प्रावधानित फंड
मृत गोवंश के सम्मानजनक निस्तारण के लिए SOP और त्वरित रिस्पांस टीम
प्रशासन का पक्ष?
घटना के संबंध में अज्ञात वाहन की पहचान और आगे की कार्रवाई के लिए सकरी पुलिस द्वारा प्रयास तेज कर दिया गया है। गौसेवकों का कहना है कि वे संबंधित विभागों को लिखित सूचना भेज रहे हैं। पुलिस/प्रशासन से प्रतिक्रिया मिलते ही अद्यतन जानकारी दी जाएगी।