बरमपुर चौक के पास लगभग 200 मीटर की सडक़ अधूरी, धूल से बढ़ी…- भारत संपर्क
बरमपुर चौक के पास लगभग 200 मीटर की सडक़ अधूरी, धूल से बढ़ी परेशानी
कोरबा। सडक़ पर उड़ रही धूल ने राहगीरों का जीना मुश्किल कर दिया है। धूल का गुबार इतना अधिक है कि राहगीरों का दम घुटने लगा है। इस रास्ते पर चलने वाले लोगों ने बताया कि अगर अधिक धूल होने के कारण दम घुट रहा है। रास्ता नजर नहीं आता। अगर ऐसा ही रहा तो कभी भी गंभीर दुर्घटना घट सकती है। दरअसल कोरबा से कुसमुंडा मार्ग के मध्य बरमपुर चौक के पास लगभग 200 मीटर की सडक़ अधूरी है। यहां से भारी वाहनों के गुजरने पर धूल का गुबार उठता है, ऐसे में दुपहिया वाहन चालकों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस मार्ग पर आवागमन करना लोगों के लिए मुश्किल भरा हो गया है। उक्त जर्जर सडक़ में पानी का छिडक़ाव नहीं किया जा रहा है। धूल के कारण राहगीरों के सामने अंधेरा छा जाता है। धूल के कण राहगीरों की आंख में घुस रहे हैं। सडक़ में दृश्यता कम हो जाती है जिससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। कुसमुंडा मार्ग में खमरिया मोड़ से लेकर कुचैना मोड तक पानी का छिडक़ाव किया जा रहा है, इससे वहां पर लोगों को कुछ राहत है, लेकिन खमरिया मोड़ से सर्वमंगला चौकी तक पानी का छिडक़ाव नहीं किया जा रहा है। ऐसा क्यों हो रहा है यह समझ के परे है। लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पानी का छिडक़ाव कुसमुण्डा से लेकर सर्वमंगला चौकी तक करना चाहिए, जिससे दुपहिया वाहन चालकों को राहत मिले और कोई बड़ी दुर्घटना ना घटे। पानी का छिडक़ाव करना अत्यंत आवश्यक है लगातार उड़ रही धूल से दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है।
बाइक चालक हुआ हादसे का शिकार
एक मोटरसाइकिल चालक दुर्घटना का शिकार हो गया। युवक का नाम सुशील पटेल है वह कुसमुंडा से कोरबा जा रहा था। उसने बताया कि अत्यधिक धूल उडऩे की वजह से उसे रास्ता दिखाई नहीं दिया और मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर गिर गई। गनीमत रही कि उसे ज्यादा चोट नहीं आई। उसने कहा कि प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए कम से कम सडक़ पर पानी का छिडक़ाव करना आवश्यक है। इस स्थान पर पूर्व में भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं इसमें लोगों की जान भी चली गई। बावजूद एसके प्रबंधन एवं प्रशासन द्वारा लापरवाही बरती जा रही है।