मनोकामना के अनुसार करें विभिन्न पदार्थों द्वारा भोलेनाथ का…- भारत संपर्क

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मनोकामना के अनुसार करें विभिन्न पदार्थों द्वारा भोलेनाथ का…- भारत संपर्क






सावन महोत्सव मे चल रहे श्री महारुद्राभिषेकात्मक महायज्ञ के दौरान पीतांबरा पीठाधीश्वर आचार्य डॉ. दिनेश जी महाराज ने कहा कि भगवान शिव देवों के भी देव हैं इसलिए इन्हें महादेव कहा जाता है। इसके साथ ही ये बहुत ही जल्दी प्रसन्न होने वाले देव हैं। भगवान शिव को सच्चेमन से यदि एक लोटा जल भी अर्पित कर दिया जाए तो वे प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए इन्हें भोलेनाथ भी कहते हैं। फिर भी यदि किसी के मन में कोई विशेष कामना हो तो भगवान शिव प्रसन्न करने के लिए सबसे अच्छा उपाय माना जाता है, रूद्राभिषेक। जिसका अर्थ होता है मंत्रोच्चार करते हुए विभिन्न द्रव्यों और पदार्थों से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है। अलग-अलग मनोकामना की पूर्ति के लिए अलग-अलग द्रव्यों से भगवान शिव जी का रूद्राअभिषेक करना चाहिए।

असाध्य रोग से मुक्ति के लिए यदि कोई असाध्य रोग से पीड़ित है या फिर जातक की कुंडली में रोगेश की दशा चल रही हो तो ऐसे में कुशाजल से भगवान शिव का रूद्राभिषेक करवाना चाहिए। माना जाता है कि इससे आपको असाध्य रोग से भी निजात मिल जाती है।

धन प्राप्ति के लिए यदि आप धन प्राप्ति करना चाहते हैं तो गन्ने के रस से भगवान शिव का रूद्राभिषेक करवाना चाहिए। इसके अलावा धन वृद्धि के लिए शहद और घी से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए।

संतान सुख की कामना पूर्ति के लिए संतान सुख हर मनुष्य के जीवन में सारी धन-संपत्ति से ऊपर होता है। यदि आपको संतान सुख और परिवार में खुशहाली की कामना हैं तो दूध से भगवान शिव का रूद्राअभिषेक करवाना चाहिए,

ज्वर से मुक्ति पाने के लिए यदि कोई ज्वर सी पीड़ित हैं और औषधि से भी लाभ नहीं हो पा रहा है तो गंगा जल या शीतल जल से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। माना जाता है कि इससे तेज ज्वर से भी राहत मिलती है।

तेज बुद्धि पाने के लिए यदि आप अपनी बुद्धि को तेज करना चाहते हैं तो दूध में शक्कर/खांड मिलाकर रुद्राभिषेक करवाना चाहिए। माना जाता है कि यदि कोई मंदबुद्धि भी शक्कर खांड या मिश्री मिश्रित दूध से अभिषेक करता है तो उसकी बुद्धि भी तेज हो जाती है।

भूमि-भवन और वाहन प्राप्ति के लिए यदि कोई भूमि-भवन और वाहन की कामना रखता है तो उसे भगवान शिव का रूद्राभिषेक दही से करवाना चाहिए। मान्यता है कि दही से रूद्राभिषेक करने से भूमि-भवन और वाहन की प्राप्ति होती है।
शत्रु और मार्केश दशा से बचने के लिए यदि आप शत्रुओं से परेशान हैं, शत्रु आपके ऊपर हावी हो रहे हैं तो ऐसे में आपको सरसों के तेल से भगवान शिव का रूद्राभिषेक करवाना चाहिए। यदि आपकी कुंडली में मार्केश की दशा बन रही है तो भी सरसों के तेल से शिव जी का अभिषेक करना चाहिए।


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