PCB से भी समझदार निकला अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड, इस फैसले से पाकिस्तान को … – भारत संपर्क

मिरवैस अशरफ अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन होंगे. (Photo: PTI)
पाकिस्तान क्रिकेट टीम की हालत इन दिनों बेहद खराब चल रही है. टीम पिछले कई महीनों से संघर्ष कर रही है. पाकिस्तान की टीम पिछले 3 साल में हर फॉर्मेट में उलटफेर का शिकार हो चुकी है. टेस्ट, वनडे और टी20 तीनों फॉर्मेट में उसे कम से कम एक बार किसी छोटी टीम ने हराया है. आईसीसी टूर्नामेंट्स में भी प्रदर्शन शर्मनाक रहा है. क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और टीम में लगातार फेरबदल होने के कारण उनकी हालत ऐसी हुई है. हालांकि, अफगानिस्तान इस मामले में समझदार निकला है. उसने बोर्ड में स्थिरता लाने के लिए फिर मीरवाइज अशरफ को अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड का चैयरमैन बनाया है.
क्यों लिया ये फैसला?
मीरवाइज अशरफ को 2021 में एसीबी का चेयरमैन बनाया गया था. अगस्त 2024 में उनके कार्यकाल के समाप्त होने वाली थी. इस बीच उन्हें फिर से 3 साल के लिए चेयरमैन चुन लिया गया है. क्रिकबज के रिपोर्ट के अनुसार, एसीबी के एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने के अनुरोध पर खुलासा किया कि पिछले 3 साल में अशरफ के शानदार कामकाज को देखते हुए अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने फिर से 3 साल के ये जिम्मेदारी सौंपी है. उनका मानना है कि स्थिरता की वजह से अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को सफलता मिली है. इसलिए वो अपनी इस नीति को जारी रखना चाहते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान के प्रधानमंत्री मुल्ला मुहम्मद हसन ने ये फैसला किया है.
पाकिस्तान को पीछे छोड़ेगा अफगानिस्तान
पिछले तीन साल में एसीबी ने एक चेयरमैन, एक सीईओ और एक ही कोच ने सारी जिम्मेदारी संभाली है. वहीं टीम की कप्तानी भी एक बार ही बदली. इससे टीम को काफी फायदा हुआ. अफगानिस्तान ने कई बड़ी टीमों को हराया. 2023 के वनडे वर्ल्ड कप में इंग्लैंड और पाकिस्तान की पटखनी दी थी. ऑस्ट्रेलिया की टीम हारते-हारते बची थी. वहीं टी20 वर्ल्ड कप में वो सेमीफाइनल तक गए.
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दूसरी ओर पिछले 3 साल में पीसीबी के 3 चेयरमैन बदल चुके हैं. वहीं टीम की कप्तानी को लेकर भी झगड़े होते देखे गए, जिसका नुकसान पाकिस्तान की टीम को हुआ. 2023 के एशिया कप और वनडे वर्ल्ड कप में बेहद खराब प्रदर्शन रहा. वहीं 2024 के टी20 वर्ल्ड कप में टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी. साफ तौर पर दोनों टीमों के बीच अंतर देखा जा सकता है. इसलिए हम कह सकते हैं कि एसीबी के इस फैसले के कारण अफगानिस्तान की टीम जल्द पाकिस्तान से आगे निकल सकती है.